
ईट भट्टों पर नाबालिक बच्चों से काम करवाने पर भड़के जिला अधिकारी
नाबालिक बच्चों की मौत हो जाने पर जिला अधिकारी कारवाई करने के लिए सख्त 7 दिनों का दिया समय
ब्यूरो रिपोर्ट प्रभाकर मिश्र/अखंड भारत न्यूज़
कौशाम्बी।कौशाम्बी थाना क्षेत्र के गुरौली गांव के समीप मंगलवार दोपहर ट्रैक्टर से गिरकर बाल मजदूर उसके पहिये के नीचे आ गया। कुचलकर मौके पर ही उसकी मौत हो गई। घटना से पीड़ित परिवार में कोहराम मच गया। बाल श्रमिक की मौत से जिलाधिकारी मधुसूदन हुल्गी पुलिस व प्रशासनिक महकमे में खलबली मच गई है। एसपी के साथ श्रम प्रवर्तन विभाग ने भी जांच शुरू करा दी है। जिलाधिकारी मधुसूदन हुल्गी का पारा गरम हो गया है और श्रम प्रवर्तन अधिकारी को भट्ठे में बाल मजदूरी, गर्भवती, महिलाओं श्रम बोध को रोक लगाने का आदेश दिया। कौशाम्बी के गुरौली गांव का प्रेम दुलारे परिवार के साथ जुगराजपुर के मजरा कलानी स्थित ईंट भट्ठे पर रहकर पथाई का काम करता है। उसने बताया कि उसका 13 वर्षीय बेटा सूरज भी भट्ठे पर मजदूरी करता था। वह ट्रैक्टर में ईंट की लोडिंग और उसे उतारने का भी काम किया करता था। इसके एवज में भट्ठा मालिक की ओर से उसको दिहाड़ी दी जाती थी। पीड़ित के मुताबिक मंगलवार की दोपहर बेटा ट्रैक्टर पर सवार होकर इलाके के बस्ती तालाब गांव ईंट उतारने जा रहा था। तभी गुरौली गांव के समीप ही ब्रेकर पर अचानक ट्रैक्टर उछल गया। इस दौरान ड्राइविंग सीट के बगल में बैठा बाल मजदूर नीचे गिर गया। चालक जब तक ब्रेक लगाता, तब तक ट्राली का पिछला पहिया उसके ऊपर चढ़ गया। मौके पर ही उसकी मौत हो गई। साथी मजदूर आननफानन बाल श्रमिक को कौशाम्बी सीएचसी ले गए, जहां डॉक्टरों ने जांच के बाद उसे मृत घोषित कर दिया। घटना से परिवारीजनों के आंसू थामे नहीं थम रहे हैं। सूचना के बाद पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। श्रम प्रवर्तन अधिकारी की ओर से कार्रवाई नहीं कि गई। जिलाधिकारी महोदय मधुसूदन हुल्गी कार्रवाई के लिए सात दिनों का और समय दिया है।