बेतुल जिले के शाहपुर पाथाखेड़ा घोड़ाडोंगरी में प्रायवेट स्कूल वालों कि मनमानी मुख्यमंत्री मोहन यादव जी ध्यान दे

ब्यूरो रिपोर्ट राजेश नगदे बेतुल
बेतुल जिले के बेतुल मुलताई शाहपुर पाथाखेड़ा घोड़ाडोंगरी में संचालित प्रायवेट स्कूलों के संचालक कि मनमानी मनमानी फीस वसूल कर रहे बच्चों के पेरेंट्स से के जी वन से पांचवीं तक के बच्चो कि किताबें किसी एक उनकी चुनिंदा खास दुकान में हि उनके स्कूल कि किताबे हाई-फाई दाम में मिलती है ओर कहीं नहीं मिलती मजबूरी में बच्चों के पेरेंट्स को किताबें मनमाने दाम में खरीदना पड़ता है जबकि नियम कहता है पहली से पांचवीं या कोई भी क्लास हो जो किताबें सरकारी स्कूलों में मिलती वे से हि प्रायवेट स्कूलों कि भी मिलनी चाहिए मगर नहा कोई रोकने टोकने वाला नहीं जितना लुटना है लुट रहे पेरेंट्स को स्कूल के संचालक गरीब अमीर सभी को एक ही तराजू पर तोल रहे जबकि गरीब के बच्चो को फीस ओर किताब में छुट देनी चाहिए मगर नहि अगर फीस नहीं भरी तो बच्चे कि अंकसूची मार्कसीट तक रोक लेते हैं जिले के ज्यादातर स्कूल भाजपा नेताओं के रिस्तेदारो के होने के कारण इन पर कारवाई भी नहीं होती तभी अनाप शनाप लुट रहे हर साल एडमिशन के नाम पर केसा ले रहे जब की पहली से पांचवीं तक सिर्फ एक बार एडमिशन ओर फिर पांचवीं से आठवीं में एडमिशन ओर आठवीं से दसवीं में एडमिशन होता है मगर प्रायवेट स्कूलों में तो हर साल एडमिशन के नाम पर लुट किताब के नाम पर लुट फीस के नाम पर लुट ओर तो ओर टयुशन के नाम पर भी अब लुटा जा रहा पेरेंट्स को लुटा जा रहा है जिसे लेकर मुख्यमंत्री मोहन यादव से प्रायवेट स्कूल के संचालकों कि नामजद शिकायत होगी कि गरीब के बच्चो को ये शासन से छुट होने के बाद भी छुट नहीं दे रहे खास इस विषय को लेकर नामजद स्कुल संचालकों कि शिकयत होगी