
मां नर्मदा का एक-एक कंकर शंकर समान है – वीरेन्द्र जी शास्त्री
गाडरवारा – ग्राम सूखाखेरी में पानी कि टंकी के पास 9 मई से 15 मई तक संगीतमय श्री नर्मदा पुराण कथा का आयोजन किया जा रहा है। जिसमें कथा बाचक वीरेन्द्र जी शास्त्री ने बताया कि पुण्य सलिला मां नर्मदा मानव मात्र को मोक्ष प्रदान कर रही है। कहा गया है। कि नर्मदा का एक-एक कंकर शंकर है। नर्मदा व भगवान शंकर की आराधना करने वाले को कभी भी कष्ट नहीं उठाने पड़ते हैं। उनकी भक्ति में वह शक्ति है जो मनुष्य मात्र को ईश्वर से जोड़ देती है। मनुष्य को समय और संपत्ति का सदुपयोग करना चाहिए। जिन- जिन ने इन दोनों का सदुपयोग नहीं किया। तो दर-दर की ठोकरें खाना पड़ी। इसलिए समय और संपत्ति का हमेशा सदुपयोग करना चाहिए। नर्मदा नदी ही नहीं है, बल्कि यह मां का साक्षात स्वरूप है। इसलिए नर्मदेश्वर भगवान का जो पूजन करते है। उसका उद्धार हो जाता है।।