
ग्वालियर जिले में मतदाताओं को मतदान के प्रति जागरूक करने के लिए स्वीप (सुव्यवस्थित मतदाता शिक्षा एवं निर्वाचक सहभागिता) के तहत विशेष रणनीति बनाई गई है। जिसमें वोट डालने के लिये घर-घर बुलौआ देने का प्रयास भी शामिल है। साथ ही अन्य प्रभावी मतदाता जागरूकता गतिविधियाँ भी जारी रहेंगीं। मतदान प्रतिशत बढ़ाने के उद्देश्य से बनाई गई रणनीति को मूर्तरूप देने के सिलसिले में कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्रीमती रुचिका चौहान ने सोमवार को संबंधित अधिकारियों की बैठक ली। उन्होंने बैठक में निर्देश दिए कि मतदाता जागरूकता कार्यक्रम के तहत हर घर तक यह संदेश भी अवश्य पहुँचाएँ कि वोट डालने के लिये मतदाता सूची में नाम और इपिक (मतदाता पहचान पत्र) अथवा भारत निर्वाचन आयोग द्वारा निर्धारित 12 वैकल्पिक दस्तावेजों में से कोई एक दस्तावेज होना पर्याप्त है।
वोट डालने के लिए ये हैं वैकल्पिक दस्तावेज
वैकल्पिक दस्तावेजों में आधार कार्ड, पेन कार्ड, दिव्यांग यूनिक आईडी कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, मनरेगा जॉब कार्ड, पेंशन दस्तावेज (फोटो सहित), पासपोर्ट, पासबुक (फोटो सहित बैंक/डाकघर द्वारा जारी), फोटोयुक्त सर्विस पहचान पत्र (केन्द्र/राज्य सरकार/सार्वजनिक उपक्रम/पब्लिक लिमिटेड कंपनियों द्वारा जारी), सांसद, विधायक और विधान परिषद सदस्यों को जारी आधिकारिक पहचान पत्र, एनपीआर के अंतर्गत आरजीआई द्वारा जारी स्मार्ट कार्ड, स्वास्थ्य बीमा स्मार्ट कार्ड (श्रम मंत्रालय की योजना के अंतर्गत जारी) शामिल हैं।