
*ग्राम पंचायतो में विकास के नाम पर शासकीय धन की खेली जा रही होली*
अम्बेडकरनगर
जिले में ग्रामीण पंचायतों में विकास के नाम पर शासकीय धन की होली खेली जा रही है जिम्मेदार अधिकारी और ग्राम पंचायत के जनप्रतिनिधि और ग्राम विकास अधिकारी योजना के अनुसार विकास कार्य कराने में उदासीन नजर आ रहे है । ग्राम पंचायतों के सचिव, ठेकेदार और अधिकारी व्यापक अनिमित्ताएँ तथा भ्रष्टाचार कर ग्राम विकास की योजनाओं का मटियामेट कर रहे है परंतु इनके भ्रष्ट कारनामें और अनिमित्ताएँ सामने आने के बाद भी कार्यवाही के नाम पर नोटिस और जाँच की नौटंकी हो रही है । नियम कानूनो को ताक पर रखकर शासन की योजनाओं को मटियामेट कर अनैतिक तरीके से तिजोरिया भरने वाले कर्मचारियों पर कोई प्रभावी कार्यवाही नहीं हो रही है । ग्रामीण पंचायत के विकास की योजनाओं को क्रियांवित कराने वाले अधिकारी और जनपद पंचायतो का पूरा अमला केवल सफेद हाथी साबित हो रहा है । भ्रष्टाचार अनियमित्ताएं और लापरवाही करने वाले सरपंच, सचिव, इंजिनियर ठेकेदार सहित अन्य संवंधित तंत्र जमकर लूटमार मचाये हुये है । यह बात सरकारी स्तर पर हो रही जाँचों, जारी हो रहे नोटिस, और जानकारों के बीच चल रही चर्चाओं से सामाने आ रही है परंतु जिम्मेदार तंत्र स्वयं सैट दिखाई दे रहा है इस बात से भी इंकार नहीं किया जा सकता । जिले के ग्राम पंचायत के विकास के लिये प्रदेश और केन्द्र की सरकार अरबो रूपये प्रदान कर रही है परंतु इस शासकीय धन सार्थक उपयोग नहीं हो रहा है और जिले के जिम्मेदारों द्वारा शिकायतो पर जाँच नोटिस तो दे रहे है परंतु शासकीय धन की बर्बादी पर कोई अंकुश नहीं लगा पा रहे है ।