
पीलीभीत। कलीनगर तहसील क्षेत्र के गांव रानीगंज निवासी भोलेराम (उम्र 55 वर्ष) पुत्र चुन्नीलाल जंगल किनारे मवेशी चराने गए थे तभी जंगल से निकले बाघ ने भोले राम पर हमला बोल दिया।
चीख़-पुकार सुनकर मवेशी चरा रहे अन्य लोगों ने शोर मचाकर बाघ के मुंह से भोलेराम को छुड़ाने का काफी प्रयास किया, लेकिन बाघ भोलेराम को घसीटता हुआ जंगल में ले गया। इसकी सूचना तुरंत गांव में दी गई जिस पर काफी संख्या में लोग मौके पर पहुंच गए। खोजबीन शुरू की गई जब तक भोले राम को ढूंढा गया तब तक बाघ शव को आधा खा चुका था। ग्रामीणों द्वारा शव को उठाकर बाहर लाया गया।
ग्रामीणों द्वारा इसकी सूचना वन विभाग व पुलिस को दी गई। बाघ के हमले की खबर फैलते ही क्षेत्र में हड़कंप मच गया।
मृतक भोलेराम की पत्नी मुन्नी देवी, दो पुत्र, बड़ा बेटा धर्मपाल, दूसरा बेटा जोगेश कुमार, व चार बेटीयां है जिनका रो-रो कर बुरा हाल है।
सूचना मिलने पर माधोटांडा थानाध्यक्ष अचल कुमार मय फोर्स के साथ मौके पर पहुंच गए। ग्रामीणों को समझकर शव का पंचनामा भरकर पीएम के लिए भेज दिया गया है।