
देशभर के 126 कॉलेजों से आए 447 होनहार छात्र-डेवलपर्स के बीच कड़ी प्रतिस्पर्धा के बाद केवल 11 सर्वश्रेष्ठ टीमों के 40 छात्र ही IIT भुवनेश्वर के परिसर में आयोजित ग्रैंड फिनाले तक पहुँच पाए। इस 48 घंटे के नॉनस्टॉप कोडिंग मैराथन में छात्रों ने जनरेटिव एआई (GenAI) पर आधारित ऐसे समाधान तैयार किए जिनका समाज पर सीधा प्रभाव हो सकता है।
मुख्य अतिथियों की गरिमामयी उपस्थिति:
उद्घाटन समारोह में IIT भुवनेश्वर के डीन ऑफ कंटीन्यूइंग एजुकेशन प्रो. वी. पांडुरंगा, OUTR-FINE के निदेशक डॉ. रंजन कुमार प्रधान, प्रो. प्रसांत कुमार साहू (IIT-BBS), और Jazzee के संस्थापक एवं CEO श्री सुचित मिश्रा ने छात्रों का मार्गदर्शन किया।
AI के मैदान में छाए विजेता:
🥇 टीम Evolve AI (चितकारा यूनिवर्सिटी, पंजाब) – ₹50,000
🥈 टीम AlphaQ (VIT चेन्नई एवं IIIT ग्वालियर) – ₹30,000
🥉 टीम K2013 (IISER बेरहामपुर एवं सिनेका पॉलीटेक्निक) – ₹20,000
फिनाले में सिलिकॉन यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रो. जयदीप तालुकदार, IIT भुवनेश्वर के CSE विभागाध्यक्ष प्रो. देबी प्रसाद डोगरा और प्रो. प्रसांत कुमार साहू ने विजेताओं को सम्मानित किया और सभी प्रतिभागियों की सराहना की।
भविष्य के कोडर्स को AI से उम्मीदें:
अपने संबोधन में श्री सुचित मिश्रा ने कहा, “हम उस युग में जी रहे हैं जहाँ एआई जटिलताओं को सरल बना रहा है और हर डेवलपर के लिए असीम संभावनाओं के द्वार खोल रहा है।”
यह हैकाथॉन न केवल तकनीकी नवाचार का प्रतीक बना, बल्कि ओडिशा के डिजिटल इंडिया में योगदान की दिशा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर भी साबित हुआ।