
जौनपुर। शाहगंज किसी भी सामाजिक आयोजन की यदि बात की जाए तो उससे सामाजिक समरसता के साथ बहुत से ऐसे पहलू भी है जिससे मुॅंह नहीं मोडा़ जा सकता।
पिछले कुछ वर्षों से कई प्रकार के महोत्सव का आयोजन स्थानीय जनप्रतिनिधियों द्वारा किया जा रहा है जिसमें कई तरह के सरकारी एवं गैर सरकारी कार्यक्रमों का जमीनी स्तर पर आयोजन किया जाता है।
महोत्सव के माध्यम से बहुत सी ऐसी सरकारी योजनाओं का स्टाल लगाकर लोगों को जानकारी दी जाती है जिसके विषय में आमजनता अनभिज्ञ होती है। उन स्टालों के माध्यम से गरीब लोगों के लिए सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं, उनसे होने वाले लाभ तथा रोजगार परक जानकारी भी लोगों तक पहुॅंचाने का एक सफल प्रयास किया जाता है।
इसी महोत्सव में विवाह जैसी सामाजिक परम्परा का एक साथ बहुत से नव दम्पति को पावन सुत्र में बाधने का कार्य भी सरकार द्वारा किया जाता है। जिन गरीब परिवारों के लोग शादी जैसी खर्चीले कार्यक्रम को करने में असमर्थ होते हैं उनके लिए यह सामुहिक विवाह एक वरदान साबित होता है। आयोजन में किसी भी प्रकार का जाति बंधन नहीं होता है, हर वर्ग समुदाय के लोग इसमें पंजीकरण करा कर अपने शादी योग्य बच्चों का विवाह बिना किसी परेशानी कर सकते हैं। इसी कारण इसे सामुहिक विवाह जैसी उपमा से अलंकृत करके इसकी प्रासंगिकता को सार्थक करने का सफल प्रयास किया गया है।
कोई भी स्थानीय महोत्सव स्थानीय कलाकारों को एक मंच प्रदान करने का सबसे सशक्त माध्यम होता है। जिसके माध्यम से छोटे कलाकार बडे़ मंच पर अपनी कला का प्रदर्शन करके नाम और शोहरत पाते हैं। जिन छोटे कलाकारों को किसी कारण से बडे़ मंच पर जगह नहीं मिल पाती है उनके लिए यह मंच बहुत सशक्त माध्यम है।