
पीलीभीत में अखिल भारत हिंदू महासभा ने शुक्रवार को जिलाधिकारी को एक विस्तृत ज्ञापन सौंपा। संगठन ने शहर की कई बुनियादी समस्याओं पर ध्यान खींचा है।
पीलीभीत में बुनियादी सुविधाओं की कमी:हिंदू महासभा ने DM को सौंपा ज्ञापन, पार्किंग से लेकर धर्मशाला तक की समस्याएं उठाईं
पीलीभीत41 मिनट पहले
हिंदू महासभा ने DM को सौंपा ज्ञापन, पार्किंग से लेकर धर्मशाला तक की समस्याएं उठाईं|पीलीभीत,Pilibhit – Dainik Bhaskar
पीलीभीत में बुनियादी सुविधाओं की कमी को लेकर हिंदू महासभा ने ज्ञापन सौंपा।
पीलीभीत में अखिल भारत हिंदू महासभा ने शुक्रवार को जिलाधिकारी को एक विस्तृत ज्ञापन सौंपा। संगठन ने शहर की कई बुनियादी समस्याओं पर ध्यान खींचा है।
शहर में यातायात व्यवस्था की स्थिति बिगड़ती जा रही है। बाजार क्षेत्रों में पार्किंग की समस्या सबसे बड़ी चुनौती है। संगठन ने सुझाव दिया है कि मीना बाजार जैसे पूर्व चिन्हित स्थलों को कब्जा मुक्त कर पार्किंग स्थल बनाया जाए। इससे जाम की समस्या से राहत मिलेगी।
रेलवे स्टेशन के पास स्थित मूलचंद धर्मशाला की जर्जर स्थिति पर भी चिंता व्यक्त की गई। संगठन ने मांग की है कि इस ऐतिहासिक धर्मशाला का जीर्णोद्धार किया जाए। इसे अयोध्या या हरिद्वार की तरह आधुनिक रूप दिया जाए। इससे बाहर से आने वाले यात्रियों और रोगियों को सस्ती व सुविधाजनक ठहरने की व्यवस्था मिलेगी।
टनकपुर हाईवे पर स्थित गौहनिया तालाब की सुरक्षा को लेकर भी चिंता जताई गई। तालाब के चारों ओर बाउंड्री नहीं है। पूर्व में यहां आत्महत्या जैसी घटनाएं हो चुकी हैं। इसलिए जल्द से जल्द बाउंड्री बनाने की मांग की गई है।
कोतवाली रोड स्थित वाटर वर्क्स परिसर में ठेले वालों के लिए बनी दुकानों का आवंटन अभी तक नहीं हुआ है। संगठन ने मांग की है कि इन दुकानों की मरम्मत कर उचित किराए पर आवंटित किया जाए। इससे फुटपाथ से ठेले हटेंगे, यातायात सुगम होगा और नगर पालिका की आय भी बढ़ेगी।
शहर में अनियंत्रित ई-रिक्शा संचालन को भी समस्याओं की जड़ बताया गया। संगठन ने नाबालिग चालकों की बढ़ती संख्या और यातायात नियमों की अनदेखी पर चिंता जताते हुए इनके लिए तय रूट और सख्त निगरानी की मांग की।
ज्ञापन में रोडवेज बस अड्डे के निर्माण को लेकर भी आपत्ति दर्ज की गई है। दियुनी केसर क्षेत्र में प्रस्तावित नया बस अड्डा शहर से दूर होने के कारण असुविधाजनक बताया गया। इसके स्थान पर लकड़ी मंडी क्षेत्र की सरकारी भूमि को अधिक उपयुक्त बताते हुए वहां बस अड्डा बनाने और वर्तमान स्थान को वर्कशॉप के रूप में विकसित करने का सुझाव दिया गया।