
पवन ऊर्जा एक स्वच्छ ऊर्जा स्रोत-शिवानी जैन एडवोकेट
ऑल ह्यूमंस से सेव एंड फॉरेंसिक फाउंडेशन डिस्टिक वूमेन चीफ शिवानी जैन एडवोकेट ने कहा कि विश्व पवन दिवस प्रति वर्ष 15 जून को मनाया जाता है। इसे वर्ल्ड विंड डे भी कहा जाता है। यूरोपीय पवन ऊर्जा संघ ने वर्ष 2007 में इस पर्व को पहली बार मनाया, बाद में ग्लोबल विंड एनर्जी कौंसिल के सहयोग से इसे अलग अलग आयोजनों के माध्यम से विश्व स्तर पर मनाया जाने लगा।
थिंक मानवाधिकार संगठन एडवाइजरी बोर्ड मेंबर डॉ कंचन जैन ने कहा कि इस दिन पवन ऊर्जा को दैनिक जीवन में उपयोग करने, वातावरण से कार्बन की मात्रा को कम करने और विश्व भर में पवन ऊर्जा उत्पादन के क्षेत्र में रोजगार को बढ़ावा देने से संबंधित कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है।
मां सरस्वती शिक्षा समिति के प्रबंधक डॉ एच सी विपिन कुमार जैन, संरक्षक डॉक्टर आरके शर्मा, निदेशक डॉक्टर नरेंद्र चौधरी, एडवोकेट आलोक मित्तल, एडवोकेट ज्ञानेंद्र चौधरी, एडवोकेट बृजेश शुक्ला, शार्क फाउंडेशन की तहसील प्रभारी डॉ एच सी अंजू लता जैन, एडवोकेट बीना, आदि ने कहा कि
पवन ऊर्जा को ऊर्जा के उपयोगी रूप में परिवर्तित करना, जैसे कि बिजली उत्पन्न करने के लिए पवन टर्बाइनों का उपयोग करना, यांत्रिक शक्ति प्रदान करने के लिए पवन चक्कियों का उपयोग करना, पानी को पंप करने या निकालने के लिए पवन पंपों का उपयोग करना, या जहाजों को चलाने के लिए पालों का उपयोग करना, पवन ऊर्जा के रूप में जाना जाता है।
उन्होंने कहा कि यह सर्वाधिक लागत-कुशल ऊर्जा स्रोतों में से एक है।
पवन ऊर्जा एक स्वच्छ ऊर्जा स्रोत है क्योंकि यह कोयले जैसे जीवाश्म ईंधन पर निर्भर नहीं है।यह एक नवीकरणीय ऊर्जा स्रोत है जो कभी ख़त्म नहीं होगा।
शिवानी जैन एडवोकेट
डिस्ट्रिक्ट वूमेन चीफ