
अव्यवस्था मैं कोलाबिरा सामूहिक स्वास्थ्य केंद्र
झारसुगुडा जमींदारी के समय की चिंतामणि डिस्पेंसरी कोलाबारा सामूहिक स्वास्थ्य केंद्र का रूप ले ने के बावजूद अव्यवस्था के दौर से गुजर रहा है विकास के नाम पु राने सभी कमरों को तोड़ कर यहां 10 करोड़ की लागत से नया भवन बन रहा है सामूहिक स्वास्थ्य केंद्र के सामने का भवन तोड़ने के बाद अभी वॉर्ड के पीछे स्थित कमरे में आउटडोर में डॉ बैठ रहे हैं वहा तक जाने का छोटा रास्ता है रास्ते में वहां लोहे की राड पड़ीहै इसके कारण इस मार्ग पर रोगी तो दूर की बात सामान्य लोग भी आने जाने में डरते हुए हैं 17 बेड वाले अंतर विभाजित वार्ड तक जाने वाले रास्ते में भी ठेकेदार ने जगह-जगह राड रखा है उक्त वॉर्ड मे लू से संबंधित व इमरजेंसी मरीजों के इलाज की व्यवस्था है यहां वॉर्ड के सामने मशीनों का प्रयोग होने से वार्ड में रोगी नहीं जा पा रहे हैं वार्ड में मरीजों को बेड पर बिना बेडशीट के सोना पड़ता है सामूहिक स्वास्थ्य केंद्र में साफ-सफाई नहीं के बराबर है शौचालय की सफाई भी नियमित नहीं होती है सफाई के लिए स्थाई कर्मचारी नहीं है ठेके ब्रहमचारी को रखा गया है।