
अंबेडकरनगर
गेहूं खरीद प्रारंभ हुए लगभग तीन माह पूरे होने को हैं लेकिन अब तक निर्धारित लक्ष्य 86 हजार सात सौ एमटी की तुलना में मात्र 9.71 प्रतिशत की ही खरीद हो सकी है। सिर्फ 2349 किसानों ने संबंधित केंद्र पर पहुंचकर उपज की बिक्री की।
इस बीच किसानों की आवक क्रय केंद्र पर न होने केंद्र पर पूरी तरह सन्नाटा पसरा हुआ है। अब जबकि 15 जून तक खरीद होनी है तो ऐसे में लक्ष्य को पूरा करने की बात दूर उसके करीब भी नहीं पहुंच सकेगा।
जिले में क्रय केंद्रों पर गेहूं खरीद का कार्य लगभग ठप हो गया है। दरअसल किसानों की आवक ही अब क्रय केंद्र पर नहीं हो रही है। इसका बड़ा कारण यह है कि तेज गर्मी में किसान उपज की बिक्री के लिए क्रय केंद्र पर जाना नहीं चाहता तो दूसरा बड़ा कारण यह कि आढ़ती किसान के घर पर ही पहुंचकर समर्थन मूल्य के बराबर 2275 रुपये नगद दे रहे हैं। इससे घर बैठे ही उपज की बिक्री हो जा रही, साथ किसानों को मौके पर ही राशि भी मिल जा रही।
यही कारण है कि खरीद प्रारंभ हुए लगभग तीन माह पूरा होने को है लेकिन अब तक जिले को मिले 86,700 मीट्रिक टन की तुलना में मात्र 9.1 प्रतिशत ही गेहूं की खरीद हो सकी है। मालूम हो कि जिले में एक मार्च से गेहूं की खरीद प्रारंभ हुई थी। एक लाख 19 हजार हेक्टेअर क्षेत्रफल में गेहूं की बोआई करने वाले चार लाख दो हजार किसानों के लिए सात एजेंसी के 92 क्रय केंद्र पर खरीद शुरू हुई। खाद्य एवं विपणन कार्यालय के अनुसार अब तक 2349 किसानों का 8422.56 एमटी गेहूं की खरीद हुई।
इसमें खाद्य विभाग के 25 क्रय केंद्रों पर 3724.8 एमटी, इससे संबद्ध पांच सहकारी समिति पर 202.85 एमटी, पीसीएफ के 40 क्रय केंद्र पर 2910.52 एमटी, यूपीपीसीयू के छह क्रय केंद्र पर 328.64 एमटी, यूपीएसएस के छह क्रय केंद्र पर 262.1 एमटी, नैफेड के चार केंद्र पर 51.55 एमटी, मंडी समिति के केंद्र पर 367.3 एमटी व भारतीय खाद्य निगम के पांच केंद्र पर 974.8 एमटी गेहूं की खरीद हुई।