
कौशिक नाग-कोलकाता-ममता बनर्जी ने कहा, प्रधानमंत्री बंगाल की महिलाओं के आत्मसम्मान और गरिमा से न करें . बंगाल ही आगामी दिन देश को रास्ता दिखायेगा. सरकार सृजन में सहयोग करेगा. देखना होगा कि देश न बिक जाये, कहीं मां का अपमान न हो जाये. इस बार मोदी की गारंटी नहीं आयेगा. बल्कि, इस बार इंडिया गठबंधन जीतेगा. राज्य में केवल तृणमूल को वोट दें.पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने उत्तर 24 परगना जिले के बनगांव और नोआपाड़ा में दो जगहों पर चुनावी जनसभा को संबोधित किया. बनगांव में तृणमूल प्रत्याशी विश्वजीत दास के समर्थन में पहली सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि वह अत्याचारों के बारे में “झूठे दावे” करके राज्य की महिलाओं के आत्म-सम्मान और गरिमा के साथ खिलवाड़ न करें.उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री को यह ध्यान रखना चाहिए कि पश्चिम बंगाल की स्थिति भाजपा शासित राज्यों जैसी नहीं है. महिलाओं के आत्मसम्मान के साथ न खेलें, हमारी माताओं और बहनों की गरिमा के साथ खिलवाड़ करने की साजिश न रचें. ममता बनर्जी ने कहा कि हमारी महिलाओं को हाथ न लगाएं, यह आपका उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश नहीं है. बंगाल में महिलाएं सम्मान और गरिमा के साथ रहती हैं.उन्होंने कहा कि बहुत लोग वोट के लिए ठाकुरबाड़ी की बात करते हैं. हालांकि, ठाकुरबाड़ी से उनका 30 साल का रिश्ता है. वह बड़ो मां को अस्पताल में भर्ती की और उनका इलाज करवाया. बंग विभूषण देकर बड़ो मां को श्रद्धा अर्पित किया. हरिचंद ठाकुर की जयंती पर छुट्टी दी, विश्वविद्यालय बनाया. उन्होंने कहा कि बड़ो मां की परिवार की ममता बाला ठाकुर के साथ भी उनका काफी पुराना रिश्ता है. वह एक समय बनगांव से सांसद थी. तृणमूल ने अब राज्यसभा से सांसद किया. भाजपा इतनी बड़ी-बड़ी बातें करती है. लेकिन, भाजपा ने कुछ नहीं किया.ममता बनर्जी ने बनगांव से भाजपा प्रत्याशी शांतनु ठाकुर पर भी कटाक्ष किया और कहा कि शांतनु ने पांच साल में क्या किया? नागरिकता देने के नाम पर लोगों से रुपये उठाया, उन्हें सब पता है. आप (जनता) पहले अपने भाजपा प्रत्याशी को नागरिकता के लिए आवेदन करने के लिए कहें. वह ऐसा क्यों नहीं कर रहे हैं? क्योंकि वह विदेशी हो जायेंगे.सीएए को लेकर ममता बनर्जी ने कहा कि नरेंद्र मोदी ने बंगाल दौरे पर आकर दावा किया है कि सीएए होकर रहेगा, लेकिन वह मतुआओं का हक छीनने नहीं देंगी. सीएए लागू करने से पहले मोदी जी को मेरी (ममता) लाश से होकर गुजरना होगा. वह एनआरसी नहीं करने देंगी. उन्होंने कहा कि यदि मतुआ से इतना ही प्यार हैं, तो बिना शर्त नागरिकता क्यों नहीं दे रहे हैं? फिर से कह रहा हूं बिना शर्त नागरिकता देते है, तो कोई आपत्ति नहीं है. यह एक बहुत बड़ी साजिश है. यूनिफार्म सिविल कोड की तरह है.