
मक्का, केला, दूध, मछली, बांस, जल, आधारित फैक्ट्री निर्माण करने, अलौली गढ़ घाट सहित 11 नदियों का रद्द डीपीआर को पुनः सरकार को भेजने, अलौली तक जल्द ट्रेन चालू करने, मास्टर प्लान कार्य को धरातल पर उतारने की जरूरत – किरण देव यादव*
खगड़िया। जिला का 43 वां स्थापना दिवस पर देश बचाओ अभियान, फरकिया मिशन, जन सरोकार के संयुक्त बैनर तले जिले के एक सभागार में “क्या खाया क्या पाया ?” विषयक विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया, तथा विकास का समीक्षा की गई, जिसकी अध्यक्षता अभियान के संस्थापक अध्यक्ष किरण देव यादव ने किया।
श्री यादव ने सर्वप्रथम खगड़िया जिला का 43 वां स्थापना दिवस पर हार्दिक बधाई शुभकामनाएं दिया। वहीं पारदर्शी शांतिपूर्ण चुनाव संपन्न होने पर सभी पदाधिकारी कर्मी मतदाताओं को हार्दिक बधाई शुभकामनाएं दिया।
श्री यादव ने गोष्ठी को संबोधित करते हुए कहा कि अकबर के काल में राजा टोडरमल ने पैमाइश के दौरान गंगा के उत्तरी भाग में जंगल बाढ़ यातायात सुविधा विहीन क्षेत्र का पैमाइश करने में कठिनाइयों को देखकर अपने शासन क्षेत्र से फरक कर दिया, अरबी भाषा फरक का मतलब अलग कर दिया, जो समय के अंतराल में फरकिया कहलाया। किंतु आजादी एवं जिला स्थापना के इतने वर्षों बाद भी विकास के क्षेत्र में आज भी फरक का दंश झेल रही है फरकिया खगड़िया। चुंकी 10 मई 1981 में मुंगेर जिला से कटकर खगड़िया जिला के स्थापना बाद बने अन्य जिले का उत्तरोत्तर बेहतर विकास हुआ , किंतु फरकिया खगड़िया आज भी हर मायने में पिछड़ा जिला है। रोटी कपड़ा मकान शिक्षा स्वास्थ्य दवा रोजगार सिंचाई सड़क बिजली पानी बुनियादी सुविधा, मौलिक अधिकार भी अपेक्षित मयस्सर नहीं है।
बिहार प्रदेश पंच सरपंच संघ के प्रदेश उपाध्यक्ष सह जिला अध्यक्ष किरण देव यादव ने कहा कि खगड़िया जिला गंगा गंडक कोसी बागमती बलान कमला करेह सात नदियों का नैहर कहलाती है। बावजूद पनबिजली की व्यवस्था स्थापित नहीं हो सकी। मक्का उपजाऊ में जिला एशिया में अव्वल होने के बावजूद एक अदना सा फैक्ट्री निर्माण दिवास्वप्न बनके रह गया। जबकि फैक्ट्री निर्माण हेतु 100 एकड़ जमीन मानसी एकानिया में किसानों का बहुफसला जमीन पर कब्जा किया गया। वहां मात्र कोल्ड स्टोर गोदाम गेट बनकर रह गया है। आज मक्का दूध मछली केला बांस जल आधारित फैक्ट्री निर्माण की जरूरत है।
श्री यादव ने कहा कि जिले में जमीनी विवाद, पलायन, हत्या बलात्कार, भ्रष्टाचार, छिनतई, विस्थापन, जल निकासी, बाढ़ जैसी समस्या का समाधान कर पिछड़ा जिला को विकासशील विकसित समृद्ध शिक्षित बनाया जा सकता है। जिले के कैंब्रिज कहलाने वाली कोशी कॉलेज में अधूरी गर्ल्स हॉस्टल को पूर्ण कर, शिक्षक शिक्षकेत्तर की कमी दूर कर, बुनियादी व्यवस्था की कमी को पाट कर शिक्षित जिला बनाने में महतीं भूमिका निभाने की जरूरत है। जिले के विरासत धरोहर 52 कोठरी 53 द्वार, अलौली गढ़, चंदवा डीह, कसरैया धार, राजेंद्र सरोवर, पीरनगरा का कुआं, कात्यायनी मंदिर, सन्हौली दुर्गा मंदिर, अघोरी स्थान आदि को विकसित करने की जरूरत है।
जिले में अलौली गढ़ घाट कोसी नदी, आगर घाट, बुढ़ी गंडक घाट सहित 11 नदी पर पूल निर्माण हेतु भेजी गई दो दो बार डीपीआर को बिहार सरकार द्वारा रद्द कर वापस करना दुर्भाग्यपूर्ण रहा। खगड़िया से अलौली तक ट्रेन चालू करने एवं कुशेश्वरस्थान तक रेल कार्य पूरा करना समय की ज्वलंत चीरलंवित मांग है। वहीं जिला मुख्यालय के पूर्वी केविन से पश्चिमी केविन तक सड़क निर्माण जल्द पूरा करने की जरूरत है। तथा अतिक्रमण मुक्त कर सुलभ यातायात बनाने की जरूरत है। सब्जी मंडी निर्धारित स्थान पर सख्ती से चलाने की जरूरत है। सभी प्रखंडों में स्विमिंग पूल स्टेडियम बनाने की खास जरुरत है।
श्री यादव ने कहा कि बरसों बाद आज भी निवर्तमान डीएम अजीत कुमार, एसडीओ संतोष मैथ्यू तथा डीएम डॉक्टर आलोक रंजन घोष का सराहनीय कार्य उल्लेखनीय रहा है। पूर्व में बनी जिले की सर्वांगीण विकास हेतु मास्टर प्लान को फाइल से निकलकर धरातल पर उतारना वर्तमान डीएम अमित कुमार पांडे एवं एसडीओ अमित अनुराग का उल्लेखनीय कार्य होगा। वही स्थापना दिवस पर सिर्फ बयान बाजी, अखबार बाजी, रंगोली बनाने, गुब्बारे उड़ाने, आदि कार्य के बजाय शोषित दलित पीडित वंचित गरीब मजदूर लोगों को विकास की मुख्य धारा से जोड़ने हेतु एवं फरकिया खगड़िया का सर्वांगीण विकास करने हेतु मास्टर प्लान को ठोस कार्य नीति के तहत धरातल पर लागू करने की जरूरत है।
हालांकि खगड़िया में अति आधुनिक व्यवस्था से लैस रेलवे जंक्शन टर्मिनल निर्माण कार्य का प्रारंभ उल्लेखनीय है।
कार्यक्रम में देश बचाओ अभियान के संयुक्त सचिव लालमणि सदा, संयोजक मधुबाला, सहसचिव गुड्डू ठाकुर, मुरलीधर गुप्ता उपाध्यक्ष डॉ कमल किशोर यादव, सचिव धर्मेंद्र कुमार, गायक सुरेश मास्टर, सानू कुमार, प्रशांत प्रियदर्शी आदि दर्जनों समाजसेवियों ने स्थापना दिवस पर समीक्षात्मक विचार व्यक्त किया तथा जिले की विकास में अपनी योगदान देने एवं विकास की नई ऊंचाइयों को छूने का संकल्प लिया।