
गंगाजल की अनुपस्थिति में
बाबू ने खाई कसम
अफसर नहीं लेते रकम
या तो नियमों में छूट दी जाए,
या फिर सुविधा शुल्क कम की जाए।
नाम सुन बाबू का, अफसर हो रहे हैरान।
गंगाजल की अनुपस्थिति में हो परेशान,
“पानी मंगवाया”।
कुर्सी पर बैठाकर, बाबू को कसम खिलाई,
जब टूटी बाबू के मुंह की सिलाई।
कि सुविधा शुल्क से हिस्सा पहुंचाते हो, हमें
या यूं ही बेवजह बदनाम करते हो, हमें।
हमारे नाम पर क्या-क्या गटक गए हो,
सच-सच बताओ।
हमारा नाम नाम जप जप कर, कितना सटक गए हो।