
अम्बेडकरनगर में गर्मी बढ़ने के साथ ही ओवरलोड बढ़ने के कारण पिछले 45 दिन में अलग-अलग क्षमता के करीब 179 ट्रांसफार्मर जल गए। ट्रांसफार्मर जलने के कारण जहां बिजली विभाग को आर्थिक चपत लग रही है। वहीं उपभोक्ताओं को समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।
45 दिन में जल गए 179 ट्रांसफार्मर
गर्मी बढ़ने के साथ ही बिजली की मांग बढ़ने के उपभोक्ताओं की भी समस्या बढ़ने लगी हैं। जर्जर व ओवरलोडेड ट्रांसफार्मर बढ़ते तापमान के बीच जलने शुरू हो गए हैं। बिजली विभाग कार्यालय के अनुसार पिछले 45 दिन में अलग-अलग क्षमता के 179 फुंक गए। जिसमें मार्च माह में 110 जबकि अप्रैल माह में 69 ट्रांसफार्मर फुंक गए। मार्च माह में 10 केवीए के 30, 16 केवीए के 13, 25 केवीए के 48, 63 केवीए के 11, 100 केवीए के दो, 250 केवीए के चार, 400 केवीए के दो और 630 केवीए का एक ट्रांसफार्मर फुंक गया। इसी तरह अप्रैल माह में 10 केवीए के 15, 16 केवीए के चार, 25 केवीए के 34, 63 केवीए के 14, 100 केवीए के एक, 250 केवीए का एक ट्रांसफार्मर जल गया। समय रहते क्षमता वृद्वि करते तो नहीं होती समस्या
उपभोक्ताओं का कहना है कि गर्मी में बिजली की खपत ज्यादा होती है। ट्रांसफार्मर पर लोड ज्यादा होता है। इसलिए फुंक जाते हैं। समय रहते अगर बिजली विभाग ट्रांसफार्मरों की क्षमता में वृद्वि करती तो यह समस्या न आती।
इस बाबत अधिशाषी अभियंता अनूप कुमार सिंह ने बताया कि ट्रांसफार्मरों की क्षमता में वृद्वि की जा रही है। पिछले वर्ष की अपेक्षा में इस वर्ष सुधार आया है, जहां भी ट्रांसफार्मर जलने की समस्या आ रही है वहां तत्काल बदला जा रहा है