
कपिलवस्तु। सिद्धार्थ विश्वविद्यालय के एक्यूवेशन सेंटर के तत्वावधान में शनिवार को स्टार्टअप अवेयरनेस प्रोग्राम के अंतर्गत समारोह को संबोधित करते हुए कुलपति प्रोफेसर हरि बहादुर श्रीवास्तव ने कहा कि आज के शिक्षण संस्थानों और विशेष रूप से उच्च शिक्षण संस्थानों में एक्यूवेशन केंद्र की महत्ता और उसकी कार्य उत्पादकता अत्यंत महत्वपूर्ण है। आज का युवा पीढ़ी जिस बेरोजगारी के दौर की चुनौतियों से गुजर रहा है, उसमें भारत सरकार और उत्तर प्रदेश सरकार के स्टार्टअप कार्य योजना का अत्यधिक प्रभाव दिखाई पड़ रहा है। उसी के अंतर्गत विश्वविद्यालय के इक्यूवेशन सेंटर निरंतर कार्य कर रहा है। कुलपति ने कहा स्टार्टअप और एंटरप्रेन्योरशिप को विकसित करने के लिए अनेक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन इस कड़ी का हिस्सा है। विशेष रूप से युवाओं में निरंतर नए विचारों का सृजन होना स्वाभाविक है। इन नए विचारों को सकारात्मक स्वरूप और कार्य योजना के रूप में बदलने में इक्यूवेशन सेंटर महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। कल्पना को वास्तविक धरातल पर ले जाने में एक्यूवेशन सेंटर की भूमिका अत्यधिक है। राफ्ट एंड रिवर कंपनी साउथ ईस्ट एशिया के हेड नृपेन भट्ट ने कहा कि वर्तमान समय में आइडिया के महत्व को स्वीकार किया गया है। युवा एवं नौजवान तथा बुजुर्ग सभी के मन में कोई न कोई विचार निरंतर पैदा होता रहता है। विशेष रूप से युवाओं के मन में अनेक विचार उत्पन्न होते हैं। इक्यूवेशन सेंटर सिद्धार्थ विश्वविद्यालय के निदेशक डॉ. अखिलेश दीक्षित ने बताया की विश्वविद्यालय में एक्शन केंद्र संचालित हो गया है। यह केंद्र न केवल यहां के पढ़ने वाले विद्यार्थियों को स्टार्टअप प्रारंभ करने में सहयोग करता है, बल्कि ग्रामीण क्षेत्र के युवाओं के लिए भी या विश्वविद्यालय इक्वेशन सेंटर के माध्यम से उनमें रोजगार और सृजनशीलता विकसित करने का बड़ा प्लेटफार्म साबित हो सकता है। इस दौरान अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रो. हरीश कुमार शर्मा, अधिष्ठाता प्रो. सौरभ, अधिष्ठाता विज्ञान संकाय प्रो. प्रकृति राय, कुलसचिव डॉ. अमरेंद्र कुमार सिंह, वित्त अधिकारी अजय सोनकर, प्रो. सुनील कुमार श्रीवास्तव, प्रो. नीता यादव, डॉ. मनीषा बाजपेई, डॉ. मनीष शर्मा आदि मौजूद रहे। संचालन डॉ. रक्षा ने किया।