
पेपर लीक मामले में पुलिस भर्ती परीक्षा निरस्त किए जाने के बाद अब उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) पर आरओ/एआरओ प्रारंभिक परीक्षा-2023 को निरस्त किए जाने का दबाव बढ़ गया है। दोनों ही परीक्षाओं में पेपर लीक के जो मामले सामने आए हैं, उनमें काफी कुछ समानताएं हैं।पुलिस भर्ती परीक्षा और आरओ/एआरओ प्रारंभिक परीक्षा में पेपर शुरू होने से कुछ देर पहले प्रश्नपत्र वायरल हुए और कुछ ही देर में प्रश्नपत्रों के उत्तर व्हाट्सएप के माध्यम से लाखों मोबाइल फोन तक पहुंचा दिए गए। पुलिस भर्ती परीक्षा निरस्त होने के बाद अभ्यर्थियों का कहना है कि उन्होंने दोनों ही परीक्षाओं में पेपर लीक होने का दावा किया था। उनका दावा सही साबित हुआ। पुलिस भर्ती परीक्षा की तरह अब आरओ/एआरओ प्रारंभिक परीक्षा भी निरस्त होनी चाहिए।लोकसभा चुनाव से ठीक पहले प्रदेश की दो बड़ी भर्ती परीक्षाओं में पेपर लीक विवाद सामने आने के बाद आयोग को भी अब फूंक-फूंककर कदम आगे बढ़ाना पड़ रहा है। पेपर लीक मामले ने राजनीतिक रंग ले लिया है और आयोग की ओर से जल्दबाजी में लिया गया कोई भी निर्णय नया विवाद पैदा कर सकता है। यही वजह है कि आयोग के साथ अब शासन ने भी आरओ/एआरओ पेपर लीक विवाद में अपने स्तर से परीक्षण शुरू कर दिया है।
उधर, आयोग के सूत्रों का कहना है कि आरओ/एआरओ परीक्षा में पेपर वायरल होने के कोई ठोस सुराग अब तक सामने नहीं आए हैं। अभ्यर्थियों की ओर से अब तक जो भी साक्ष्य उपलब्ध कराए गए हैं, उनकी जांच के आधार पर आयोग आगे बढ़ रहा है। पेपर वायरल घटना की मूल जड़ कहां है, यह अभी तक पता नहीं लगाया सका है। वहीं, आयोग की तीन सदस्यीय जांच समिति भी अन्य पहलुओं पर विचार करते हुए जांच को आगे बढ़ा रही है।
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UPPSC : आयोग पर बढ़ा आरओ-एआरओ परीक्षा निरस्त करने का दबाव, पुलिस भर्ती निरस्त होने से और मजबूत हुआ दावा
अमर उजला नेटवर्क, प्रयागराज Published by: विनोद सिंह Updated Sun, 25 Feb 2024 11:53 AM IST
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प्रयागराज
आयोग ने पेपर लीक मामले में अभ्यर्थियों से दो मार्च तक ईमेल आईडी roaro2023info@gmail.com पर साक्ष्य मांगे हैं। ऐसे में दो मार्च से पहले आयोग कोई निर्णय नहीं लेने वाला है। इस बीच शासन ने भी अपने स्तर से मामले की जांच शुरू करा दी है और अभ्यर्थियों से नियुक्ति विभाग के ईमेल आईडी secyappoint@nic.in पर 27 फरवरी तक पेपर लीक से संबंधित साक्ष्य मांगे गए हैं।
Pressure increased on UPPSC to cancel RO-ARO exam, claim strengthened due to cancellation of police recr
UPPSC – फोटो : अमर उजाला
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पेपर लीक मामले में पुलिस भर्ती परीक्षा निरस्त किए जाने के बाद अब उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) पर आरओ/एआरओ प्रारंभिक परीक्षा-2023 को निरस्त किए जाने का दबाव बढ़ गया है। दोनों ही परीक्षाओं में पेपर लीक के जो मामले सामने आए हैं, उनमें काफी कुछ समानताएं हैं।
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हालांकि, आयोग ने पेपर लीक मामले में अभ्यर्थियों से दो मार्च तक ईमेल आईडी roaro2023info@gmail.com पर साक्ष्य मांगे हैं। ऐसे में दो मार्च से पहले आयोग कोई निर्णय नहीं लेने वाला है। इस बीच शासन ने भी अपने स्तर से मामले की जांच शुरू करा दी है और अभ्यर्थियों से नियुक्ति विभाग के ईमेल आईडी secyappoint@nic.in पर 27 फरवरी तक पेपर लीक से संबंधित साक्ष्य मांगे गए हैं।
पुलिस भर्ती परीक्षा और आरओ/एआरओ प्रारंभिक परीक्षा में पेपर शुरू होने से कुछ देर पहले प्रश्नपत्र वायरल हुए और कुछ ही देर में प्रश्नपत्रों के उत्तर व्हाट्सएप के माध्यम से लाखों मोबाइल फोन तक पहुंचा दिए गए। पुलिस भर्ती परीक्षा निरस्त होने के बाद अभ्यर्थियों का कहना है कि उन्होंने दोनों ही परीक्षाओं में पेपर लीक होने का दावा किया था। उनका दावा सही साबित हुआ। पुलिस भर्ती परीक्षा की तरह अब आरओ/एआरओ प्रारंभिक परीक्षा भी निरस्त होनी चाहिए।
Pressure increased on UPPSC to cancel RO-ARO exam, claim strengthened due to cancellation of police recr
यूपीपीएससी के बाहर तैनात पुलिस फोर्स। – फोटो : अमर उजाला
लोकसभा चुनाव से ठीक पहले प्रदेश की दो बड़ी भर्ती परीक्षाओं में पेपर लीक विवाद सामने आने के बाद आयोग को भी अब फूंक-फूंककर कदम आगे बढ़ाना पड़ रहा है। पेपर लीक मामले ने राजनीतिक रंग ले लिया है और आयोग की ओर से जल्दबाजी में लिया गया कोई भी निर्णय नया विवाद पैदा कर सकता है। यही वजह है कि आयोग के साथ अब शासन ने भी आरओ/एआरओ पेपर लीक विवाद में अपने स्तर से परीक्षण शुरू कर दिया है।
उधर, आयोग के सूत्रों का कहना है कि आरओ/एआरओ परीक्षा में पेपर वायरल होने के कोई ठोस सुराग अब तक सामने नहीं आए हैं। अभ्यर्थियों की ओर से अब तक जो भी साक्ष्य उपलब्ध कराए गए हैं, उनकी जांच के आधार पर आयोग आगे बढ़ रहा है। पेपर वायरल घटना की मूल जड़ कहां है, यह अभी तक पता नहीं लगाया सका है। वहीं, आयोग की तीन सदस्यीय जांच समिति भी अन्य पहलुओं पर विचार करते हुए जांच को आगे बढ़ा रही है।
Pressure increased on UPPSC to cancel RO-ARO exam, claim strengthened due to cancellation of police recr
प्रतियोगी छात्रों से वार्ता करते पुलिस कमिश्नर रमित शर्मा। – फोटो : अमर उजाला
आयोग पर प्रदर्शन करने पहुंचे दो छात्राें को पुलिस ने उठाया
आरओ/एआरओ प्रारंभिक परीक्षा-2023 के पेपर लीक विवाद में विरोध दर्ज कराने उत्तर प्रदेश लाेक सेवा आयोग पहुंचे छात्रों में से दो को पुलिस ने उठा लिया। वहीं, बालसन चौराहे पर गांधी प्रतिमा के समक्ष धरना दे रहे छात्रों को भी पुलिस ने शांतिभंग की आशंका पर वहां से हटा दिया। हिरासत में लिए गए छात्रों की रिहाई की मांग को लेकर कलक्ट्रेट में प्रदर्शन किया गया और ज्ञापन सौंपा गया।
पेपर लीक विवाद में शुक्रवार को आधी रात के बाद भी आयोग गेट पर हंगामा चलता रहा। शनिवार सुबह माहौल शांत था। दिन में 11 बजे के आसपास दर्जन भर छात्र आयोग के गेट पद प्रदर्शन करने के लिए पहुंचे। प्रदर्शन शुरू होने से पहले ही पुलिस ने इलाहाबाद विश्वविद्यालय के शोध छात्र मनीष और एक अन्य छात्र अनुज को उठा लिया। दोनों देर रात तक पुलिस की हिरासत में रहे।