http://मोहरसिंह..नोहर..जिला ..हनुमानगढ़ राजस्थान। ब्लॉक सांख्यिकी अधिकारी नोहर सुश्री पूजा व आर्थिक एवम सांख्यिकी विभाग हनुमानगढ़ के उपनिदेशक विनोद कुमार के खिलाफ जांच करने जांच समिति 26 अप्रैल को जयपुर से नोहर पहुंची। ब्लॉक सांख्यिकी कार्यालय नोहर में जांच अधिकारी डॉ सुदेश कुमार संयुक्त निदेशक एवम सीमा तनेजा उपनिदेशक आर्थिक एवम सांख्यिकी निदेशालय जयपुर ने रिकॉर्ड का अवलोकन कर कुछ दस्तावेज जांच में शामिल किए। डॉ सुदेश कुमार संयुक्त निदेशक आर्थिक एवम सांख्यिकी निदेशालय राजस्थान जयपुर एवम श्रीमती सीमा तनेजा उप निदेशक आर्थिक एवम सांख्यिकी निदेशालय राजस्थान जयपुर ने परिवादी को जरिए पत्र जांच में शामिल होने बाबत ब्लॉक सांख्यिकी कार्यालय नोहर बुलाया। परिवादी द्वारा मुख्यमंत्री राजस्थान सरकार,मुख्य सचिव राजस्थान सरकार,प्रमुख शासन सचिव कार्मिक विभाग राजस्थान जयपुर को भेजी शिकायत को अंतरित किए जाने के बाद निदेशक एवम संयुक्त शासन सचिव आर्थिक एवम सांख्यिकी निदेशालय राजस्थान जयपुर श्री विनेश सिंघवी द्वारा जांच आदेश क्रमांक 658/28 मार्च 2024 जारी किए जाकर विभागीय संयुक्त निदेशक डॉ सुदेश कुमार व उपनिदेशक सीमा तनेजा को निर्देशित किया गया कि उपनिदेशक विनोद कुमार व ब्लॉक सांख्यिकी अधिकारी नोहर सुश्री पूजा के खिलाफ लगाए गए आरोपों की जांच 15 दिवस में पूरी कर तथ्यात्मक रिपोर्ट पेश करें। शहर के विशेष आरटीआई कार्यकर्ता व जागरूक नागरिक ने जांच समिति को प्रमाण सहित 45 पेज की पत्रावली पेश की व मांग की कि समस्त दस्तावेज शामिल पत्रावली किए जाएं। परिवादी ने जांच समिति को बताया कि सरकार के आदेशानुसार ब्लॉक सांख्यिकी अधिकारी नोहर सुश्री पूजा द्वारा राजीव गांधी युवा मित्र स्वयंसेवक इंटरशिप कार्यशाला का आयोजन दिनांक 24 फरवरी 2023 को किया गया था! बताया कि कार्यशाला में केवल 40,,50 लोग ही शामिल हुए थे ,लेकिन ब्लॉक सांख्यिकी अधिकारी नोहर ने राजकोष में सेंधमारी करते हुए 101 स्वयं सेवकों को भुगतान किया,जबकि राज्य सरकार के आदेश के अनुसार कुल 80 स्वयंसेवकों को शामिल करना था व प्रति व्यक्ति 200 रुपए का खर्चा करना था। जांच के दौरान जांच अधिकारियों को बताया गया कि ब्लॉक सांख्यिकी अधिकारी नोहर सुश्री पूजा द्वारा 101 लोगों के लिए की गई व्यवस्था के बिल 23 फरवरी 2023 में ही जारी करवा लिए थे। 24 फरवरी 2023 की कार्यशाला के दो फोटो प्रिंट बीएसओ नोहर द्वारा प्रमाणित पेश किए गए,जिसमे बताया गया कि फोटो प्रिंट में केवल ,40,50 ही लोग है,साथ ही बताया कि कार्यशाला के वीडियो फुटेज बी एस ओ कार्यालय में मौजूद है जिनका सत्यापन जांच समिति द्वारा द्वारा किया जाना हैं। जांच समिति द्वारा कई ग्राम पंचायतों का भी दौरा किया गया व रिकॉर्ड तलब किया गया। आपको बतादें कि 8 फरवरी 2024 को जिला कलक्टर की जन सुनवाई में पेश किए गए परिवाद को रद्दी की टोकरी में डाल देने के बाद जागरूक नागरिक ने उक्त परिवाद मुख्यंमंत्री भजनलाल शर्मा,मुख्य सचिव सुधांशु पंत,प्रमुख शासन सचिव कार्मिक विभाग राजस्थान जयपुर हेमंत गेरा को भेजकर उच्च स्तरीय जांच की मांग की थी,जिस पर आदेश जारी किए जाकर जांच अधिकारी विभाग के संयुक्त निदेशक व उपनिदेशक को नियुक्त किया गया।