
चुनाव ड्यूटी में गईं 21 बसें, बढ़ी यात्रियों की मुश्किल
अकबरपुर डिपो की कुल 21 बसें चुनाव ड्यूटी में चली गई हैं। इससे यात्रियों की मुश्किल बढ़ गई है। बुधवार को बस स्टेशन पर यात्री हाल बेहाल दिखे। लखनऊ रूट से जहां 14 बसें हटा दी गईं वहीं आजमगढ़ रूट से सात बसें चुनाव ड्यूटी में भेजी गई हैं।लोकसभा चुनाव के मद्देनजर प्रथम चरण में होने वाले चुनाव को सकुशल संपन्न कराने के लिए जिले से पुलिसकर्मियों का संबंधित क्षेत्र के लिए रवाना होने का सिलसिला शुरू हो गया है। इसके लिए अकबरपुर बस स्टेशन के बेड़े में शामिल बसों का सहारा लिया जा रहा है। पूर्व में जहां चार बस चुनाव के लिए चली गई थीं तो वहीं 15 अप्रैल को नौ बसें होमगार्डों को लेकर बुलंदशहर जबकि 16 अप्रैल को आठ बस पुलिस कर्मियों को लेकर बिजनौर चली गईं।ऐसे में अकबरपुर बस स्टेशन के बेड़े में शामिल 65 बसों में से 44 बस ही शेष रह गई हैं। जो 21 बस चुनाव में गई हैं उसमें 14 बस लखनऊ रूट पर चलने वाली जबकि सात बसें आजमगढ़ रूट पर चलने वाली थीं। मालूम हो कि अकबरपुर बस स्टेशन से होकर प्रतिदिन लखनऊ के लिए 30 बसें यात्रियों को लेकर जाती हैं। 14 बसों के चुनाव में जाने से 18 बस ही शेष रह गईं। ऐसे में यात्रियों की परेशानियों को देखते हुए वाराणसी, बस्ती, अतरौलिया व जलालपुर लोकल की चार बसों संबंधित रूट से हटाकर लखनऊ रूट में लगा दी गईं।बुधवार को लखनऊ जाने के लिए अकबरपुर बस स्टेशन पहुंचे शहजादपुर के शशिकुमार व शहजादपुर के नववीर तथा प्रतापगढ़ के पप्पू ने कहा कि पहले जहां प्रत्येक आधे घंटे पर बस आसानी से मिल जाती थी तो वहीं आज एक घंटे से अधिक का समय इंतजार करते हुए हो गया लेकिन अभी तक बस नहीं आई। तेज धूप में बस का इंतजार करने में समस्या हो रही है। आजमगढ़ जाने के लिए बस का इंतजार करते रहमान व सरोज ने कहा कि यात्रियों के हित को देखते हुए रोडवेज बसों के बजाय अन्य प्रबंधों से पुलिसकर्मियों को भेजना चाहिए था।बसों के चुनाव में चले जाने से गंतव्य तक जाने में यात्रियों को कुछ मुश्किलें हो रही हैं। हालांकि जिन रूट पर यात्रियों की कम संख्या रहती है वहां की बस लखनऊ व आजमगढ़ के लिए लगाई जा रही हैं। इसके अलावा प्रतिदिन 10 से 12 बसों का अलग-अलग स्थानों के लिए अतिरिक्त चक्कर लगवाया जा रहा है।