
समीर वानखेड़े चंद्रपुर महाराष्ट्र:
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करीब दस साल बाद चंद्रपुर आ रहे हैं. चंद्रपुर में मोदी की सभा बीजेपी के लिए हमेशा भाग्यशाली रही है. 2014 के लोकसभा उम्मीदवार हंसराज अहीर के प्रचार के लिए चंद्रपुर में मोदी की रैली आयोजित की गई थी। हंसराज अहीर ने बड़े अंतर से जीत हासिल की थी. हालांकि, 2019 के लोकसभा चुनाव में मोदी प्रचार करने नहीं आए और अहीर को इस चुनाव में हार का सामना करना पड़ा. क्या 2014 की तरह बीजेपी उम्मीदवार सुधीर मुनगंटीवार के लिए प्रचार करना मोदी के लिए सौभाग्य की बात होगी? राजनीतिक गलियारों में इसकी चर्चा है
चंद्रपुर-वाणी-अरनी लोकसभा क्षेत्र राज्य का फोकस है। 2019 के चुनाव में बीजेपी के कब्जे वाली यह सीट कांग्रेस के खाते में चली गई. शिवसेना से कांग्रेस में आए दिवंगत बालू धानोरकर ने बीजेपी के दिग्गज नेता और पूर्व केंद्रीय गृह मंत्री हंसराज अहीर को हराया था. यह हार बीजेपी को भरी पड़ी थी .
बीजेपी ने इस सीट पर अपना पूरा ध्यान केंद्रित कर दिया है. ओबीसी चेहरों की तलाश की गई. आख़िरकार बीजेपी ने सुधीर मुनगंटीवार को मैदान में उतारा है जो दिल्ली जाने के इच्छुक नहीं हैं. मुनगंटीवार के प्रचार के लिए नरेंद्र मोदी सोमवार 8 अप्रैल को बैठक कर रहे हैं. चंद्रपुर में मोदी की सभा बीजेपी के लिए भाग्यशाली रही. मुनगंटीवारों के लिए यह बैठक काफी अहम होने वाली है. क्या चंद्रपुर बीजेपी के लिए एक बार फिर भाग्यशाली साबित होंगे मोदी? यह देखना दिलचस्प होगा
2014 के लोकसभा चुनाव में मोदी लहर थी. देश के हर संसदीय क्षेत्र में मोदी लहर का असर देखने को मिला. चंद्रपुर-वाणी-अरनी लोकसभा क्षेत्र भी इस प्रभाव से अछूता नहीं रहा. 2014 के चुनाव में हंसराज अहीर बीजेपी के उम्मीदवार थे. तो कांग्रेस ने संजय देवताले को उम्मीदवार बनाया. देवताले राज्य में संस्कृति और चंद्रपुर के संरक्षक मंत्री थे। तो चर्चा थी कि ये लड़ाई जबरदस्त होगी.
अहीर के प्रचार के लिए नरेंद्र मोदी की सभा शहर के चंदा क्लब मैदान में हुई. इस सभा में काफी भीड़ थी. अहिरान को 301467 वोट मिले. देवताले 32495 वोटों से हारे थे.