A2Z सभी खबर सभी जिले कीउत्तर प्रदेशकुशीनगर

कुशीनगर/कसया ,बुद्ध पीजी कॉलेज में अंबेडकर जयंती पर संगोष्ठी का आयोजन

राष्ट्रीय सेवा योजना बुद्ध स्नातकोत्तर महाविद्यालय, कुशीनगर  डॉ० अंबेडकर ने स्त्री को समानता और गरिमापूर्ण तरीके से जीने का अधिकार दिलाया: डॉ० सुबोध डॉ० अम्बेडकर आधुनिक भारत के निर्माता : प्राण रंजन

कुशीनगर/कसया ,बुद्ध पीजी कॉलेज कुशीनगर के भंते चंद्रमणि सभागार में शनिवार को राष्ट्रीय सेवा योजना द्वारा अंबेडकर जयंती की पूर्व संध्या पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया। संगोष्ठी में ‘नारी समानता पर डॉ० भीमराव अम्बेडकर के विचार’ विषय पर अपने विचार करते हुए मुख्य वक्ता डॉ० सुबोध गौतम ने कहा कि स्त्री जन्म से पैदा नही होती बल्कि समाज उसे स्त्री बनाता है। यह समाज ही है, जिसने स्त्री को समानता और स्वतंत्रता के अधिकार से वंचित किया और अब नारी समानता का आंदोलन चला रहा है। आपने बताया कि वैदिक काल में ‘यत्र नार्यस्तु पूज्यंते तत्र रमंते देवता’ का विचार समाज में नारी की स्थिति को दर्शाता है। भारतीय इतिहास के इस्लामिक शासन काल में समाज में स्त्री बराबरी के स्थान से स्खलित हो गई और दोयम दर्जे की नागरिक हो गई। डॉ० भीमराव अम्बेडकर ने हिंदू कोड बिल के माध्यम से हिन्दू समाज में स्त्री को समानता और गरिमापूर्ण तरीके से जीने का अधिकार दिलाया। आपने स्त्री के उद्धार के लिए शिक्षा को महत्वपूर्ण माना स्त्रीमुक्ति, सशक्तिकरण और समानता पर डॉ० भीमराव अम्बेडकर के विचार अपने से बहुत आगे के थे। मुख्य अतिथि पर्यटन अधिकारी कुशीनगर डॉ० प्राण रंजन ने डॉ० भीमराव अम्बेडकर को आधुनिक भारत के निर्माताओं में से एक बताया। आपने बताया कि पर्यटन के क्षेत्र में युवाओं को रोजगार के अपार संभावनाएं हैं। आपने पर्यटन विभाग की तरफ से राष्ट्रीय सेवा योजना बुद्ध स्नातकोत्तर महाविद्यालय कुशीनगर के पर्यटन क्लब के 25 सदस्यों को बैग और किट भी प्रदान किया। आपने युवाओं से आह्वान किया कि सरकार की योजना के अनुसार हमारे पर्यटन क्लब के युवा अपने जिले के पर्यटन स्थलों के विकास और प्रचार प्रसार में अपना योगदान दें। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे प्राचार्य विनोद मोहन मिश्र ने कहा कि डॉ० भीमराव अम्बेडकर ने सामाजिक भेदभाव को दूर करने के लिए अपना पूरा जीवन समर्पित कर दिया। वे अपने कार्यों और विचारों के बल पर वंचितों और शोषितो के नायक बन गए। आपने बताया कि सामाजिक सुधार को लेकर डॉ० भीमराव अम्बेडकर के महात्मा गांधी से मतभेद रहा। फिर भी दोनो एक दूसरे का आदर करते थे।

कार्यक्रम की शुरुआत सरस्वती प्रतिमा और डॉ० भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित करके हुई। अतिथियों का परिचय और स्वागत कार्यक्रम अधिकारी डॉ० निगम मौर्य ने तथा आभार ज्ञापन डॉ० पारस नाथ ने किया। इस अवसर आदर्श, जया, आंचल सहित बड़ी संख्या में स्वयंसेवक मौजूद रहे l

AKHAND BHARAT NEWS

AKHAND BHARAT NEWS
Back to top button
error: Content is protected !!