
वनों का संरक्षण करना केवल वन विभाग का नहीं, हम सभी का दायित्व: विधायक डॉ. योगेश पंडाग्रे
महुपानी के जंगल में विकसित किया जा सकता है तितली पार्क:विधायक हेमंत खंडेलवाल
वन विद्यालय में आयोजित हुआ कौशल उन्नयन प्रमाण पत्र वितरण सह प्रशिक्षण कार्यक्रम
वनक्षेत्रों में किए गये अधोसंरचना विकास कार्य का किया प्रस्तुतीकरण
वनमंडल अंतर्गत 4 वन धन केन्द्रों का डिजीटल माध्यम से किया उद्घाटन
बैतूल। दक्षिण वनमंडल अंतर्गत वन समिति सदस्यों का कौशल उन्नयन प्रमाण पत्र वितरण सह प्रशिक्षण कार्यक्रम वन विद्यालय बैतूल परिसर में आयोजित किया गया। कार्यकम में मुख्य अतिथि के रूप में सांसद दुर्गादास उइके शामिल हुए। डीएफओ विजयान्नतम टी.आर. ने सांसद दुर्गादास उइके, विशेष अतिथि विधायक हेमंत खंडेलवाल, विधायक डॉ. योगेश पंडाग्रे का स्वागत पौधा देकर किया। कार्यक्रम की रूपरेखा एवं प्रस्तावना के विषय में डीएफओ विजयान्नतम टी.आर. ने अतिथियों एवं प्रशिक्षणार्थियों को अवगत कराया। वन विकास से ग्राम विकास थीम पर डाक्यूमेंट्री दिखाई गई। वन विभाग द्वारा वनों को संरक्षित करने के अलावा वनक्षेत्रों में किये गये अधोसंरचना विकास कार्य का प्रस्तुतीकरण किया गया।
विधायक आमला योगेश पंडाग्रे द्वारा सभा को संबोधित किया गया। संबोधन में उन्होंने कहा कि वनों का संरक्षण करना केवल वन विभाग का नहीं है, हम सभी का दायित्व है। वन को आम जनता की अर्थव्यवस्था से जोड़ा जाना चाहिए। संरक्षित वन से पर्यटकों के बढ़ने से स्थानीय लोगों की आजीविका में सुधार इसका अच्छा उदाहरण है। विधायक हेमंत खंडेलवाल ने समिति सदस्यों / प्रशिक्षणार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि आम जनता को लगता है कि वन विभाग केवल पर्यावरण बचा रहा है किन्तु वन विभाग न केवल पर्यावरण बचा रहा है अपितु वन समिति के माध्यम से ग्राम विकास कार्य जैसे-रोड, पुलिया, निर्माण, सोलर लाइट लगाने, स्मार्ट क्लास, स्कूल मरम्मत, स्कूलों में ड्रेस पुस्तकें वितरित करना जैसे कार्य भी किये जाते है। वन भूमि पर कब्जा किये अतिक्रमणकारियों से कब्जा हटाने हेतु विभाग को चर्चा कर बीच का रास्ता निकालना चाहिए। उन्होंने बताया कि महुपानी के जंगल में 27 विभिन्न प्रजातियों की तितलियां मिली है इसे बढ़ावा देकर तितली पार्क विकसित किया जाना चाहिए। सांसद डीडी उइके ने कहा कि ऋग्वेद में प्रकृति का सचित्र वर्णन किया गया है। देवता का आशय देने वाला होता है वनस्पति हमें सदैव फल, औषधी आदि देता है। वनवासी हमेशा से इस पर आश्रित है। उन्होंने उदाहरण देकर बताया कि किस प्रकार हमारे द्वारा श्वसन के दौरान कार्बनडाई ऑक्साइड गैस छोड़ने पर वह पेड़ो के लिए आवश्यक है एवं पेड़ों द्वारा हमें आक्सीजन प्राप्त होती है। हम परस्पर एक दूसरे पर आश्रित है।
— वन धन केन्द्रों का किया उद्घाटन–
वनमंडल अंतर्गत 04 वन धन केन्द्रों खेड़ीसावलीगढ़, चांदू, कोथलकुंड, एवं रतेड़ाकला का डिजीटल माध्यम से रिमोट बटन दबाकर उद्घाटन किया गया। आगामी 1 मार्च 2024 से प्रारंभ होने वाले प्रशिक्षण कार्यकम सेफ्टी मेनेजमेंट सह कम्प्यूटर प्रशिक्षण के लिए अतिथि गण द्वारा प्रशिक्षणार्थियों को किट प्रदान की गई। प्रशिक्षण कार्यक्रम में आवास, भोजन अन्य सुविधाएं सम्मिलित है। वनमंडल अंतर्गत लगभग 250 वन समिति सदस्यों को कौशल उन्नयन प्रशिक्षण का प्रमाण पत्र प्रदान किया गया। प्रशिक्षण उपरांत लगभग 100 प्रशिक्षणार्थियों को विभिन्न कंपनियों में 20 हजार एवं 30 हजार रूपये प्रतिमाह के वेतन पर प्लेसमेंट भी मिला है, जिससे उनकी आजीविका में सुधार आया है।कार्यक्रम में उपवनमंडलाधिकारी आमला (सा.) तरूणा वर्मा, उपवनमंडलाधिकारी भैंसदेही (सा.) देवानंद पांडेय, उपवनमंडलाधिकारी मुलताई (सा.) संजय साल्वे, परिक्षेत्र अधिकारी, स्टॉफ, समिति सदस्य एवं प्रशिक्षणार्थी सम्मिलित हुए। कार्यकम के अंत में प्रशिक्षु (भा.व.से.) सुश्री निधी चौहान द्वारा कार्यकम में सम्मिलित अतिथि एवं प्रशिक्षणार्थियों को धन्यवाद ज्ञापित कर कार्यकम को समाप्त किया गया।