
*डॉ०घनश्याम भारती ने संकाय संवर्धन कार्यक्रम में दिया व्याख्यान*
दिल्ली विश्वविद्यालय तथा भारत देश के महाविद्यालयों के बीच आयोजित हुआ प्रशिक्षण कार्यक्रम
शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय गढ़ाकोटा के हिन्दी विभाग के प्रोफेसर डॉ० घनश्याम भारती ने साप्ताहिक संकाय संवर्धन कार्यक्रम में आभासी पटल पर अपना मौलिक व्याख्यान दिया। यह संकाय संवर्धन कार्यक्रम पंडित मदन मोहन मालवीय राष्ट्रीय शिक्षक एवं शिक्षण अध्ययन केंद्र शिक्षा मंत्रालय भारत सरकार नई दिल्ली तथा हंसराज कॉलेज एवं करोड़ीमल कॉलेज दिल्ली विश्वविद्यालय के संयुक्त तत्वावधान में दिल्ली विश्वविद्यालय के अंतर्गत आने वाले महाविद्यालयों तथा देश के अन्य महाविद्यालयों के प्रोफेसर्स के मध्य आयोजित किया जा रहा है। इस कार्यक्रम में अपना व्याख्यान देते हुए डॉ०घनश्याम भारती ने नई शिक्षा नीति-2020 के मुख्य प्रावधानों, संभावनाएं, चुनौतियां तथा नई शिक्षा नीति में हिन्दी भाषा की उपयोगिता आदि बिंदुओं पर प्रकाश डाला। डॉ० घनश्याम भारती ने अपना उद्बोधन देते हुए कहा की नई शिक्षा नीति विद्यार्थियों को चहुमुखी विकास के अवसर प्रदान करती हुई संभावनाओं के नये द्वार खोलती है। उन्होंने प्राथमिक शिक्षा में मातृभाषा की अनिवार्यता तथा हिन्दी भाषा में अध्ययन-अध्यापन की बात कही। अपने व्याख्यान के दौरान उन्होंने नई शिक्षा नीति के कई महत्वपूर्ण बिंदुओं पर विस्तार से प्रकाश डाला। कार्यक्रम का संचालन सहसंयोजक करोड़ीमल कॉलेज की प्रोफेसर डॉ० ऐश्वर्या नागपाल ने किया। आभार कार्यक्रम संयोजक करोड़ीमल कॉलेज दिल्ली विश्वविद्यालय की प्रोफेसर डॉ० मंजू रानी ने व्यक्त किया। इस अवसर पर हंसराज कॉलेज की प्राचार्य प्रोफेसर रमा, करोड़ीमल कॉलेज के प्राचार्य प्रोफेसर दिनेश खट्टर, हंसराज कॉलेज दिल्ली के संयोजक श्री आशुतोष यादव, सहसंयोजक सुश्री दीप शिखा यादव, डॉ० अनुराग कक्कड़, कार्यक्रम समन्वयक डॉ० रितु वार्ष्णेय गुप्ता तथा डॉ० मनोज कुमार के साथ दिल्ली विश्वविद्यालय के अंतर्गत आने वाले महाविद्यालयों तथा देश के अन्य महाविद्यालयों के लगभग 100 से अधिक प्रोफेसर्स प्रशिक्षण में सम्मिलित रहे।