
हाइलाइट्स
- रामनवमी जुलूस को लेकर टीएमसी-बीजेपी में घमासान
- बीजेपी ने लगाया ममता सरकार पर जुलूस को रोकने का आरोप
- हाईकोर्ट से मिली बीजेपी को जुलूस निकालने की सशर्त इजाजत
- पीएम मोदी ने बालुरघाट रैली में सीएम ममता बनर्जी को घेरा
नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव को लेकर पश्चिम बंगाल में सियासी पारा चढ़ा हुआ है। सत्ताधारी टीएमसी की ओर से सूबे की सीएम ममता बनर्जी जमकर प्रचार अभियान में जुटी हैं। उधर बीजेपी भी कोई कोर-कसर छोड़ने के मूड में नहीं है। यही वजह है कि खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुद मोर्चा संभाल रखा है। पीएम मोदी ने मंगलवार को एक रैली के दौरान पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस पर रामनवमी समारोह को रोकने की साजिश रचने का आरोप लगाया। प्रधानमंत्री ने बालुरघाट में रैली करते हुए कहा कि यह पहली रामनवमी है जब राम लला को अयोध्या के भव्य मंदिर में विराजमान किया गया है। मैं जानता हूं कि टीएमसी ने हमेशा की तरह यहां रामनवमी समारोह को रोकने की पूरी कोशिश की और कई साजिशें रचीं। लेकिन जीत सिर्फ सत्य की होती है।
चुनावी रैली में पीएम मोदी ने ममता सरकार को घेरा
पीएम मोदी ने आगे कहा कि यही वजह है कि अदालत ने अनुमति दे दी है और बुधवार को रामनवमी जुलूस पूरी श्रद्धा और भक्ति के साथ निकाला जाएगा। मैं इस अवसर पर बंगाल के अपने सभी भाइयों और बहनों को बधाई देता हूं। पीएम मोदी अपने संबोधन में सोमवार को कलकत्ता हाईकोर्ट के आए आदेश का जिक्र कर रहे थे। दरअसल, कोर्ट ने विश्व हिंदू परिषद (VHP) को हावड़ा शहर में रामनवमी पर जुलूस निकालने की अनुमति दी थी। साथ ही यह सुनिश्चित करने के लिए कुछ शर्तें भी लगाई थीं कि यह आयोजन बिना किसी तनाव के हो।