
अयोध्या
जिले के रामपुर पुलिस चौकी क्षेत्र के ग्राम पंचायत विजेनपुर सजहरा मजरे जहद्दीपुर के एक 75 वर्षीय निःसंतान बुजुर्ग की बीमारी के चलते इलाज के दौरान हुई हो गयी। जिसके बाद बुजुर्ग की मौत पर दाह संस्कार करने को लेकर दो पक्षो में बखेड़ा खड़ा हो गया। मामले की जानकारी चौकी पुलिस को हुई तो वह मौके पर पहुँच शव को कब्जे में लेकर गांव वालों की मौजूदगी में लाश का पंचायतनामा
कराने के बाद पोस्टमार्टम को भेज दिया।
बताया गया कि गांव निवासी बुजुर्ग परमेश्वरदीन यादव निःसंतान थे। उन्होंने अपनी खेती जोतने बोने को अपने भतीजे राम प्रगट यादव को देकर उन्ही के साथ रहते थे। बताया गया कि परमेश्वरदीन यादव अपनी सम्पत्ती का कुछ अंश अपने भतीजे राम प्रगट यादव के परिवार के पक्ष में हिबाबनामा कर दिया था और बीमारी के चलते दर्शननगर ट्रामा सेंटर में उनकी इलाज के दौरान मंगलवार की रात मौत हो गयी।शव गांव पहुँचा तो मृतक के दो अन्य भाई आशाराम व मंगरु एवं परिवार के सदस्यों ने उन्हें अपने परिवार का सदस्य होने का हवाला देकर उनके शव को दाह संस्कार करने के लिए कब्जे में लेने का प्रयास करने लगा। मामला हाथापाई मारपीट तक पहुँचा तो घटना की सूचना डायल 112 के पुलिस व रामपुर भगन चौकी पुलिस को दी गयी। मौके पर पीआरवी 935 के कमांडर नागेंद्र यादव चालक अजय चौरसिया तथा पीआरवी 936 के कमांडर चन्द्र प्रकाश मिश्रा चालक रमाकांत पाण्डेय सहित चौकी पुलिस भी पहुँच मामले में दोनों पक्षो को पहले समझाने का प्रयास किया। जब दूसरा पक्ष मानने को नही तैयार हुआ तो मृतक का शव दवा इलाज कराने वाले पक्ष के सुपुर्दगी में देने की बात कहकर शव को पोस्टमार्टम को भेजवा दिया।
मृतक के पौत्र सूर्यभान यादव उर्फ तूफानी का कहना है कि उनके बाबा परमेश्वरदीन ने रजामंदी से अपनी सम्पत्ती उनके परिवार को दी है।उनकी मौत बीमारी से हुई है। देर सायं शव के पोस्मार्टम के बाद भरतकुंड में शव का अंतिम संस्कार कर दिया गया। जबकि दूसरा पक्ष अंतिम संस्कार में नही गया।