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हरियाणा के पंचकूला में सामूहिक आत्महत्या: अंतिम सांसें लेते हुए प्रवीण मित्तल ने बताया क्यों जिंदगी से हार गया सात लोगों का परिवार, सुसाइड नोट पढ़कर पुलिस दंग..

हरियाणा के पंचकूला में एक दर्दनाक सामूहिक आत्महत्या की घटना सामने आई है, जिसमें सात लोगों ने कर्ज के कारण जहर खाकर जान दी। चश्मदीद पुनीत राणा ने बताया कि मृतक प्रवीण मित्तल ने आत्महत्या से पहले उन्हें अपनी स्थिति के बारे में बताया। जानें इस घटना की पूरी कहानी और इसके पीछे के कारण।

कुरुक्षेत्र:-हरियाणा के पंचकूला से एक दिल ढला देने वाली खबर ने पूरे देश को झकझोर दिया है. जिसमे परिवार के सात सदस्यों ने कार के अन्दर जहर खाकर सामूहिक आत्महत्या कर ली. परिवार देहरादून से पंचकुला बाबा बागेश्वर धाम के कथा वाचक धीरेन्द्र शास्त्री की कथा में शामिल होने आया था. पुलिस को कार से एक प्रेस नोट भी मिला है, जिसके मुताबिक परिवार पर काफी कर्ज था और वो इन दिनों आर्थिक तंगी से जूझ रहे थे.

मृतकों में पति-पत्नी, तीन मासूम बच्चे और दो बुजुर्ग सदस्य शामिल हैं. इस घटना ने देहरादून से लेकर पंचकूला तक सनसनी फैला दी है. पुलिस बाकी परिजनों से भी पूछताछ कर रही है.मृतकों में पहचान प्रवीन मित्तल ,उनकी पत्नी रीना और उनके पिता देशराज मित्तल के रूप में हुई है.

जानकारी के अनुसार, पंचकूला के सेक्टर 27 में सोमवार रात 11 बजे के करीब देहरादून के एक ही परिवार के 7 लोगों ने मौत को गले लगा लिया.पुलिस को रात 11 बजे सूचना मिली कि कार में कुछ लोग बेसुध हालत में पड़े हैं।

मौके पर पहुंची पुलिस ने सभी को अस्पताल पहुंचाया, जहां 6 लोगों की मौत सेक्टर-26 स्थित निजी अस्पताल में और एक की मौत सेक्टर-6 के सरकारी अस्पताल में हो गई।

प्रवीण मित्तल ने कुछ समय पहले देहरादून में टूर एंड ट्रैवल्स का व्यवसाय शुरू किया था, जो चल नहीं पाया। इससे उन पर काफी कर्ज चढ़ गया। आर्थिक तंगी इतनी बढ़ गई थी कि घर चलाना भी मुश्किल हो गया था। पुलिस के अनुसार यह आत्महत्या पूरी योजना के तहत की गई प्रतीत होती है।

घटना की सूचना मिलने के बाद स्थानीय पुलिस और डीसीपी हिमाद्री कौशिक और डीसीपी लॉ एंड ऑर्डर अमित दहिया घटनास्थल पर पहुंचे. मौके पर पुलिस की फॉरेंसिक टीम ने कार की तलाशी ली है. डीसीपी हिमाद्री कौशिक ने भी मौके पर पहुंची थी और उन्होंने बताया कि शुरुआती जांच में यह मामला आत्महत्या की लग रहा है. हालांकि, मौके पर फोरेंसिक टीम ने जांच की है.

पंचकूला में सुसाइड करने वाला देहरादून का था परिवार
42 साल के प्रवीण मित्तल उत्तराखंड के देहरादून के रहने वाले हैं. पंचकूला के शालीमार मॉल के पास दशहरा ग्राउंड में बाबा बागेश्वर धाम की कथा चल रही है और परिवार इस पांच दिवसीय हनुमंत कथा में शामिल होने के लिए आया था.

जहर खाने में दिया या कैसे खाया… अब तक खुलासा नहीं

बताया जा रहा है कि प्रवीण मित्तल के साथ पिता देशराज मित्तल माता, उनकी पत्नी तीन बच्चे शामिल थे. बताया जा रहा है कि जब यह सेक्टर 27 के पास होटल ढूंढने के लिए पहुंचे तो उसे वक्त परिवार के मुखिया प्रवीण मित्तल ने अपने पूरे परिवार के साथ जहर खा लिया.

हालांकि, अब तक यह भी पता नहीं चला है कि जहर किसी खाने की चीज में मिलाया गया था या कैसे इसे बच्चों को दिया गया. गाड़ी में से एक सुसाइड नोट भी मिला है, जिसकी जांच पुलिस जांच कर रही है.

कार की पूरी तलाशी लीः डीसीपी

डीसीपी हिमाद्रि कौशिक ने कहा कि पुलिस फॉरेंसिक टीम ने कार की पूरी तरह से तलाशी ली है. नोट में आर्थिक तंगी बातें सामने आई हैं.

गौरतलब है कि परिवार देहरादून में टूर एंड ट्रैवल्स का बिजनस करता था और बताया जा रहा है कि इस बिजनस में उन्हें काफी घाटा हो चुका था और परिवार बेहद आर्थिक तंग से जूझ रहा था.हरियाणा के पंचकूला में एक ही परिवार के सात लोगों की मौत के मामले में दून पुलिस ने भी जांच शुरू कर दी है।

अब तक जांच में सामने आया है कि मृतक प्रवीण मित्तल पुत्र देशराज मित्तल का परिवार लगभग 8-9 महीने पूर्व तक कोलागढ़ देहरादून में किराए पर निवास करता था, जिनका मूल रूप से चंडीगढ़ क्षेत्र का होना प्रकाश में आया है।

वर्तमान में परिवार देहरादून में निवास नहीं कर रहा था। घटनास्थल से जो वाहन मृतक के पास मिला है, वह मालदेवता देहरादून के गंभीर सिंह नेगी के नाम पर पंजीकृत है, जिनके संपर्क करने पर उनके द्वारा बताया गया कि उनकी मृतक प्रवीण मित्तल से NGO के काम के सिलसिले में मुलाकात हुई थी।

मृतक पूर्व में चाइल्ड लाइफ केयर मिशन नाम से NGO चलाता था। इसी दौरान मित्रता के चलते गंभीर नेगी ने उक्त वाहन अपने नाम पर फाइनेंस करवाया था, जिसे वर्तमान में प्रवीण मित्तल चलाता था। वर्तमान में मृतक का परिवार सहित चंडीगढ़ में निवास करना प्रकाश में आया है।

गाड़ी में दवाई का पत्ता

हालांकि, शुरुआती जांच में खुद ही जान देने की बात सामने आई है. मौके पर सबसे पहले पहुंचे युवक पुनीत राणा ने बताया कि गाड़ी के अंदर दवाई का पत्ता उसने देखा था और छह लोग बेसुध थे. केवल प्रवीण मित्तल को होश था और वह कह रहे थे कि पांच मिनट में वह भी मर जाएंगे. पंचकूल की डीसीपी हिमाद्री कौशिश का कहना है कि पुलिस मामले की जांच कर रही है.

पुलिस ने शुरू की जांच
शवों को पोस्टमार्टम को भेज पंचकूला पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. साथ ही देहरादून पुलिस भी परिवार के अन्य रिश्तेदारों से संपर्क कर यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि आखिर परिवार ने इतना बड़ा कदम क्यों उठाया. इस घटना ने पंचकूला से लेकर देहरादून तक लोगों को ग़मगीन कर दिया है. हर कोई हैरान है कि क्या वाकई कर्ज और आर्थिक स्थिति की वजह से परिवार ने इतना बड़ा कदम उठाया.

अब जानकारी के अनुसार, पुलिस पांच प्वाइंट्स पर जांच को आगे बढ़ा रही है. क्योंकि गाड़ी से दो सुसाइड नोट मिले हैं.

•पुलिस को मौके से एक नहीं, दो सुसाइड नोट मिले है. ऐसे में इनकी जांच की जा रही है कि क्या ये परिवार के ही किसी सदस्य ने लिखे हैं.

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•पुलिस टीम मौके के सीसीटीवी खंगाल रही है. साथ ही कुछ और वीडियो सामने आए हैं.

•इसके अलावा, परिवार के मुखिया और सबसे अंत में जिनकी मौत हुई थी, यानी प्रवीण मित्तल का सोशल मीडिया अकाउंट की भी पुलिस जांच कर रही है.

•अहम बात है कि गाड़ी पर लगे फास्ट टैग की डिटेल खंगाली जा रही है और मृतक की कॉल डिटेल निकलवाई जा रही है.

•पुलिस इस एंगल पर भी काम कर रही है कि यह सुसाइड है या कुछ और है.


दो पेज का सुसाइड नोट भी मिला
पुलिस को कार से दो पन्नों का सुसाइड नोट भी मिला है जिसमें प्रवीण मित्तल ने लिखा कि मैं बैंक से दिवालिया हो चुका हूं. मेरी वजह से ही ये सब कुछ हुआ है. मेरे ससुर को कुछ मत कहना. सुसाइड नोट में यह भी उल्लेख किया गया कि अंतिम संस्कार की जिम्मेदारी उनके मामा के बेटे को सौंपी गई है.नोट प्रवीण मित्तल ने लिखा है। उन्होंने स्वीकार किया है कि वो बैंक से दिवालिया हो चुके हैं। उनकी वजह से ही परिवार कर्ज में डूब गया है। उन्होंने अपील की कि उनके ससुर को जिम्मेदार ना ठहराया जाए। साथ ही उन्होंने कहा कि पूरे परिवार का अंतिम संस्कार सहित जितने भी रस्में होंगी, वो उनके मामा का बेटा निभाएगा।

रिपोर्ट की मानें तो मृतक प्रवीण मित्तल और उनके परिवार को कर्ज न चुका पाने की वजह से लगातार जान से मारने की धमकियां मिल रही थीं। उनके मामा के बेटे ने न्यूज आउटलेट को बताया कि परिवार पर कुल 20 करोड़ रुपये का कर्ज था।

गौरतलब है कि रविवार को प्रवीण और उनके परिवार के छह सदस्य हरियाणा के पंचकूला में एक घर के बाहर खड़ी कार में मृत पाए गए। स्थानीय निवासियों ने कार के अंदर परिवार के सभी सदस्यों को बेहोश पाया, जिसके बाद वे एक व्यक्ति को बाहर निकालने में सफल रहे, जिसकी सांस अभी भी चल रही थी।

जिस कार में यह घटना हुई, वह देहरादून के मालदेवता निवासी गंभीर सिंह नेगी के नाम पर रजिस्टर्ड है थी. गंभीर सिंह ने बताया कि उन्होंने प्रवीण मित्तल से एनजीओ के काम के सिलसिले में मुलाकात की थी और दोस्ती के चलते यह वाहन उनके नाम पर फाइनेंस करवाया गया था, जिसे आजकल प्रवीण उपयोग कर रहे थे.

परिजनों के अनुसार, परवीन पर बैंकों का एक करोड़ से अधिक का कर्ज था. उनके ससुर राकेश गुप्ता ने बताया कि बैंक वाले अक्सर उनके पास भी कर्ज की वसूली के लिए आते थे. राकेश गुप्ता ने कहा, “मैंने कई बार उनकी आर्थिक मदद की, लेकिन पिछले कुछ समय से मेरा उनसे और मेरी बेटी से कोई संपर्क नहीं था.”

राकेश गुप्ता के मुताबिक, वे हर महीने ₹12,000 परवीन को भेजते थे. परवीन मनसा देवी परिसर में किराए के मकान में रहते थे.

ससुर को इस हादसे की जानकारी सुबह 4 बजे क्राइम ब्रांच के जरिए मिली. इससे पहले, परिवार देहरादून में रहता था, लेकिन वहां से पता चला है कि ने अपना मकान वहां बेच दिया था और शिफ्ट हो गया था.

लुधियान के रहने वाले प्रवीण के मामा के बेटे संदीप अग्रवाल ने बताया कि वह भी लगातार परवीन की मदद करते रहे हैं. उन्होंने हाल ही में ₹50,000 की मदद भी की थी. संदीप ने बताया कि रात करीब 11 बजे उन्हें फोन पर सूचना मिली कि एक ही कार में छह लोगों की लाशें पाई गई हैं. पुलिस पूरे मामले की गंभीरता से जांच कर रही है. प्रारंभिक जांच में आत्महत्या की आशंका जताई जा रही है, लेकिन पुलिस किसी भी निष्कर्ष पर पहुंचने से पहले सभी पहलुओं की जांच कर रही है.

पंचकूला के डीसीपी क्राइम अमित दहिया कहा कि यह मामला कर्ज से जुड़ा हुआ नजर आता है. सात लोगों ने जान दी है और पुलिस हर एंगल पर जांच कर रही है. उन्होंने बताया कि सूचना मिलते ही जब हम मौके पर पहुंचे तो 6 लोग मृत पाए गए थे, जबकि एक होश में था जिसने बाद में दम तोड़ दिया. अमित दहिया ने कहा कि हनुमंत कथा वह सुनकर नहीं आए थे. ऐसा कोई मामला संज्ञान में नहीं आया है. सीसीटीवी चेक करने पर पता चला है कि शाम 6:45 बजे से गाड़ी वहीं, सेक्टर 27 में खड़ी थी और रात 10:00 बजे के बाद इस घटना को अंजाम दिया गया है. अमित दहिया ने बताया कि हमारी टीम सभी जगह गई है. वह देहरादून के अलावा, हरियाणा के कालका पिंजौर गई है. वहां पर प्रवीण के ससुर रहते हैं. इसके अलावा, मनसा देवी के सकेतड़ी में भी मकान है, जहां ये लोग रहते थे. वहां भी जाकर पुलिस जांच कर रही है.

पंचकूला में सामूहिक आत्महत्या: चश्मदीद ने बताई दर्दनाक कहानी

हरियाणा के पंचकूला के सेक्टर-27 में सात शवों के मिलने से आत्महत्या की आशंका बढ़ गई है। चश्मदीद गवाह पुनीत राणा के बयान ने इस मामले में नई जानकारी दी है। उनके अनुसार, परिवार के सभी सदस्यों ने कर्ज के कारण जहर खाकर आत्महत्या की।

मंगलवार को मीडिया से बातचीत में पुनीत राणा ने कहा, “मेरे घर के पास एक गाड़ी खड़ी थी जिसमें टावर लगे हुए थे। जब हम गाड़ी के पास गए और अंदर झांककर देखा, तो कुछ लोग गाड़ी के अंदर लेटे हुए थे। हमने उनसे पूछा कि वे वहां क्यों हैं, तो उन्होंने कहा कि उन्हें कोई होटल नहीं मिल रहा है। मैंने उन्हें कहा कि वे गाड़ी वहां से हटा दें या दूसरी जगह पार्क करें।”

. इस दौरान एक युवक टहल रहा है तो उसने उन्हें बताया कि परिवार ने गाड़ी के शीशे पर सफेद रंग के तोलिए लटकाए थे. युवक पुनीत राणा ने बताया कि इस पर वह गाड़ी के पास पहुंचे और परिवार से पूछताछ की है. पुनीत ने जब प्रवीण से पूछताछ की तो उन्होंने बताया कि वह पंचकूला में कथा सुनने आए थे और होटल तलाश कर रहे थे. लेकिन होटल नहीं मिला तो गाड़ी में ही सो रहे हैं. पुनीत ने प्रवीण से कहा कि वह गाड़ी को यहां से हटा लें और मार्केट की पार्किंग में लगा लें. इसके बाद वह जाने लगे तो फिर से लौट कर आए और कार में मोबाइल फोन की लाइट से अंदर देखा तो सभी लोगों ने उल्टियां की थी. युवक ने बताया कि गाड़ी को वहां पर 10 से 15 मिनट ही हुए थे. उन्होंने बताया कि कार के अंदर एक दवाइयों को पत्ता भी गिरा हुआ था. आगे बच्चा दादा और अंकल थे.

प्रवीण ने पुनीत को बताया कि उन पर बहुत ज्यादा कर्जा है और वह पांच मिटन के अंदर मरने वाला है. पुनीत ने बताया कि पुलिस तो दो मिनट में मौके पर पहुंच गए थे. लेकिन एंबुलेंस करीब 45 मिनट बाद मौके पर पहुंचे थी. प्रवीण ने पुनीत से कहा कि उनके रिश्तेदार काफी अमीर हैं, लेकिन किसी ने उनकी मदद नहीं की. उन्होंने कहा कि गाड़ी के अंदर से बहुत गंदी बदबू आ रही थी. पुनीत ने बताया कि उन्होंने गाड़ी के अंदर सभी लोगों को हिलाकर देखा लेकिन कोई मूवमेंट नहीं हो रही थी. हालांकि, एक शख्स जिंदा था.
उन्होंने आगे बताया, “इस दौरान मैंने देखा कि गाड़ी के अंदर सभी एक-दूसरे पर गिरे हुए थे। मैंने अपनी टॉर्च और फोन चालू किया और देखा कि सभी ने एक-दूसरे पर उल्टी कर रखी थी। गाड़ी से तेज बदबू आने पर मैंने प्रवीण मित्तल से बाहर आने के लिए कहा। जब वह गाड़ी से बाहर निकला, तो संतुलन खोकर गिर गया। उसने मुझसे कहा कि ‘5 मिनट में, मैं भी मर जाऊंगा। मेरे ऊपर कर्जा बहुत ज्यादा हो गया था। रिश्तेदारों ने भी मदद करने से मना कर दिया। इसलिए, हम सभी ने जहर खा लिया है।’ इतना कहने के बाद वह भी बेहोश हो गया। उसे अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।”


मृतक की पहचान देहरादून के प्रवीण मित्तल के रूप में हुई है। वह अपने माता-पिता, पत्नी और तीन बच्चों के साथ पंचकूला में एक धार्मिक आयोजन के लिए आया था। प्रवीण के ससुर ने कहा, “मुझे कुछ नहीं पता। मुझे यह भी नहीं पता कि वह कब आया और कब चला गया। हमने जितनी मदद की, की। वह ब्याज पर पैसे उठाता था और देहरादून में गाड़ी चलाने का काम करता था।” मृतक की साली ने बताया कि वह पहले पंचकूला में रहते थे, लेकिन कई साल पहले देहरादून चले गए थे।

VISHAL LEEL KURUKSHETRA HARYANA

Editor, Anchor, digital content creator, Senior media person,
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