A2Z सभी खबर सभी जिले की

मुंबई 9/11 आतंकी हमले के दोषी तहव्वुर राणा का प्रत्यर्पण, अमेरिका सुप्रीम कोर्ट ने दी मंजूरी

भारत लाने की दिशा में अहम कदम, राणा को मुंबई हमले में दोषी ठहराया गया था

मुंबई 9/11 आतंकी हमले के दोषी तहव्वुर राणा का प्रत्यर्पण, अमेरिका सुप्रीम कोर्ट ने दी मंजूरी

मुंबई में हुए 2008 के 9/11 आतंकी हमले के दोषी तहव्वुर राणा को भारत लाने की प्रक्रिया एक महत्वपूर्ण मोड़ पर पहुंच गई है। अमेरिका के सुप्रीम कोर्ट ने राणा के प्रत्यर्पण को मंजूरी दे दी है, जिससे वह अब भारतीय न्यायिक प्रणाली के सामने पेश होंगे।

तहव्वुर राणा पर आरोप

तहव्वुर राणा, जो कि पाकिस्तान में जन्मे एक कनाडाई नागरिक हैं, पर आरोप है कि उन्होंने 2008 के मुंबई हमले में शामिल आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा को समर्थन दिया था। राणा का नाम भारतीय अधिकारियों ने मुंबई हमले में मुख्य साजिशकर्ताओं में लिया था, जिसमें 170 से अधिक निर्दोष लोगों की जान गई थी।

सुप्रीम कोर्ट का फैसला

अमेरिका के सुप्रीम कोर्ट ने राणा के प्रत्यर्पण पर अपनी अंतिम मोहर लगाई, जब उन्होंने इस पर विचार करने के बाद यह फैसला सुनाया कि राणा को भारत के हवाले किया जाएगा। यह कदम भारतीय अधिकारियों के लिए एक बड़ी जीत के रूप में देखा जा रहा है, जो लंबे समय से राणा की गिरफ्तारी और उसे भारत लाने की कोशिश कर रहे थे।

भारत में राणा पर आरोप

भारत में राणा पर आतंकवादी गतिविधियों में शामिल होने और मुंबई हमले की साजिश में मदद करने का आरोप है। भारतीय जांच एजेंसियों का कहना है कि राणा ने हमलावरों को सुरक्षा और योजना बनाने के लिए अहम जानकारी मुहैया कराई थी। भारतीय सरकार ने अमेरिका से उसके प्रत्यर्पण की मांग की थी, जिसे अब सुप्रीम कोर्ट की मंजूरी के बाद जल्द ही पूरा किया जा सकता है।

आगामी कार्रवाई और उम्मीदें

अब जब सुप्रीम कोर्ट ने राणा के प्रत्यर्पण को मंजूरी दी है, भारत सरकार उम्मीद कर रही है कि राणा को जल्द ही भारत लाया जाएगा। भारतीय न्यायालय में उसे आतंकवाद और हत्या के आरोपों का सामना करना होगा। भारतीय सुरक्षा एजेंसियों और न्यायिक प्रणाली के लिए यह एक अहम परीक्षण होगा कि वे किस प्रकार उसे अदालत में खड़ा कर पाते हैं और न्याय प्रदान करते हैं।

निष्कर्ष

राणा का प्रत्यर्पण भारतीय न्यायिक प्रणाली की ओर एक महत्वपूर्ण कदम है। भारत को उम्मीद है कि इस प्रत्यर्पण से उसे मुंबई हमले से जुड़े मामलों में न्याय मिलेगा और आतंकवादियों को उनकी सजा दिलवाने में मदद मिलेगी।

AKHAND BHARAT NEWS

AKHAND BHARAT NEWS

Related Articles

Back to top button
error: Content is protected !!