
*ईमानदारी आज भी है, साबित कर दिखाया कैलाश भाटिया ने*
आज कलयुग के दौर में चंद रुपयों के लिए लोगों का ईमान डगमगा जाता है| लेकिन फिर भी कई लोगों में ईमानदारी आज भी जिंदा है, इसका जीवित उदाहरण कैलाश भाटिया ने दिया, भाटिया ने अपनी ईमानदारी का परिचय देते हुए सड़क पर पड़ा बेस कीमती मोबाइल उसके मालिक तक पहुंचा दिया, जानकारी के अनुसार कैलाश भाटिया सायं के समय हनुमान चौराहे पर घूमने गए हुए थे, तभी उन्हें हनुमान चौराहे पर बेसकीमती मोबाइल गिरा हुआ मिला, जैसे मोबाइल को उठाया तो उस पर कॉल आने लगा, भाटिया नें जैसे कॉल उठाया तो सामने वाले व्यक्ति जिसका नाम ऋषि सांखला है उसने बताया कि यह मोबाइल उसका है, तभी कैलाश भाटिया ने कहा की हनुमान चौराहा पर आकर अपना मोबाइल ले जाइए,
तत्पश्चात ऋषि सांखला हनुमान चौराहा आया और भाटिया ने उसे उसका बेसकीमती मोबाइल सुपुर्द कर दिया|
ऋषि ने कैलाश भाटिया का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि आज के दौर में ईमानदारी का इससे अच्छा जीवित उदाहरण नहीं हो सकता|