कटनी। परिवार नियोजन के तहत नसबंदी ऑपरेशन कराने वाले जिले के दंपतियों के ऑपरेशन सफल होने की कोई गारंटी नहीं है। गर्भ न ठहरने की आस लगाकर दंपति ऑपरेशन कराते हैं लेकिन कुछ लोगों के साथ इसका उल्टा ही होता है। स्वास्थ्य विभाग के आंकड़े बताते हैं कि साल भर के अंदर जिले में लगभग डेढ़ दर्जन नसबंदी ऑपरेशन के केस फेल हो गए हैं। अप्रैल 2023 से मार्च माह तक जिले में कराए गए नसबंदी ऑपरेशन में से 16 ऑपरेशन फेल होने की बात सामने आई है। जिन लोगों के ऑपरेशन फेल हुए उन्होंने स्वास्थ्य विभाग में शिकायत भी की। स्वास्थ्य विभाग ने प्रत्येक हितग्राही को 30 हजार क्लेम देने का प्रस्ताव भी तैयार किया है। एक ऐसा ही मामला कन्हवारा में सामने आया है। यहां पर तीसरी संतान के दम्मपत्ति ने 2020 में नसबंदी ऑपरेशन कराया। लेकिन नसबंदी ऑपरेशन फेल हो गया।
कन्हवारा निवासी चंदा कुशवाहा 30 वर्ष ने बताया की उसकी पत्नी ने नसबंदी ऑपरेशन 2020 में करवाया था। जिसके बाद वे बच्चों के लालन पालन में लग गए। लेकिन अब वह पुनः 6 महीने की गर्भवती हो गई है।
जिसके बाद से दंपति अपनी शिकायत पर उचित कार्यवाही की मांग रहे कर रहे है। पीड़ित पति पत्नी के द्वारा स्वास्थ्य विभाग में शिकायत भी की गई है लेकिन उन्हें अब तक विभाग के द्वारा मुआवजा प्रदान नहीं किया गया।