
बनखेड़ी।
नगर में संचालित हो रही दवा दुकान जो अधिकतर नौसिखियों के भरोसे चल रही है। आलम यह है कि मेडिकल पर लाइसेंस किसी अन्य व्यक्ति का लगा हुआ है, और मेडिकल को कोई अन्य व्यकि संचालित कर रहा है। क्षेत्र की जनता के स्वास्थ्य के साथ खुलेआम खिलवाड़ किया जा रहा है, जो किसी से छिपा नहीं है। लेकिन इसके बाद भी कार्यवाही नहीं होना प्रश्नचिन्न खडा करता है। नगर सहित ग्रामीण क्षेत्रों में अन्य व्यक्ति के लाइसेस पर मेडिकल संचालित की जा रही है, देखने में आ रहा है कि मेडिकल संचालित कर रहे नौसिखिया मरीजों का इलाज भी कर देते हैं। दरअसल मेडिकल संचालित करने के लिए किराए पर आसानी से लाइसेंस उपलब्ध हो जाते हैं, ऐसे दुकान संचालक आमजन के स्वास्थ्य को खतरे में डालने से नहीं चूक रहे हैं।
डॉक्टर को दवा चेक करना आवश्यक
डाक्टर द्वारा लिखी हुई दवा इन नौसिखियों को समझाने में नहीं आती, कई बार अन्य दवा भी दे दी जाती है। इसलिए मेडिकल से दवा लेने के बाद डॉक्टर से एक बार दवा की जाच करानी चाहिए। कई बार देखा जाता है कि मेडिकल संचालकों द्वारा डॉक्टर द्वारा या बाहर के किसी अन्य डॉक्टर द्वारा लिखी हुई दवा उपलब्ध ना करा कर जिस कंपनी की दवा में ज्यादा लाभ हो उसे थमा दी जाती है। जिससे उपभोक्ताओं को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है।
ड्रग इंस्पेक्टर नहीं आते कभी जांच के लिए
आमतौर पर देखा जाए तो बनखेड़ी में खुलेआम आम जनता के साथ स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है मेडिकल पर सिखौटिया मेडिकल चला रहे हैं मेडिकल संचालक कभी मेडिकल पर मौजूद नहीं रहते इन सबके बीच आम जनता के स्वास्थ्य को खतरे में डालते हुए यह कार्य बनखेड़ी में जारी है। ड्रग इंस्पेक्टर कभी बनखेड़ी की मेडीकल स्टोर पर जांच करने नहीं पहुंचते आखिर क्यों ? आमतौर पर लोगों का कहना रहता है कि कहीं ना कहीं मिली भगत के चलते यह सब कार्य किया जा रहा है।