
*भारत पुनः एक बार विश्वगुरू बनेगा, विश्व की अगुवाई, नेतृत्व करेगा। पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह*
*जयवीर सिंह ने 02 करोड़ 03 लाख की लागत से कुसमरा रामलीला मैदान की बाउंड्रीवॉल आदि निर्माण कार्यों का किया शिलान्यास*
रिपोर्ट: मनोज कुमार शर्मा मैनपुरी
*मैनपुरी* 15 फरवरी, 2024- पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री उ.प्र. शासन जयवीर सिंह ने रू. 02 करोड़ 80 लाख की लागत से नराईच धाम कुसमरा के पर्यटन विकास कार्यों, रू. 02 करोड़ 03 लाख की लागत से कुसमरा रामलीला मैदान की बाउंड्रीवॉल आदि निर्माण कार्यों का शिलान्यास करते हुए कहा कि प्रदेश सरकार हर क्षेत्र में तेजी से विकास कार्य कर रही है, पर्यटन विभाग पर प्रदेश के मुखिया की विशेष नजर है, पर्यटन विभाग के माध्यम से जनपद के ही नहीं वरन् प्रदेश के ऐतिहासिक एवं पुरातात्विक महत्व के धार्मिक स्थलों के चहूमुखी विकास के लिए निरंतर कार्य हो रहे हैं। उन्होने कहा कि 500 वर्षों से अधिक समय तक हमारे पूर्वजों ने लगातार बलिदान, त्याग देने का कार्य किया, उसे पूर्ण करने, सबको समर्पित करने का कार्य दि. 22 जनवरी को हुआ। उन्होने कहा कि भगवान श्रीराम जी केे मंदिर का मतलब हमारी संस्कृति, परम्पराओं, सनातन धर्म की जीत, हमारे आदर्शों की जीत है, हमारे आदर्श भगवान श्रीराम हमारे आत्मा का अंग हैं, जब बच्चे का जन्म होता है तो बच्चे के कान में राम कहा जाता है और जब जीवन का अंत होता है तब भी राम नाम सत्य कहा जाता है, ऐसी परम्परा, संस्कृति को पुनर्जीवित करने का कार्य प्रदेश के मुख्यमंत्री, देश के प्रधानमंत्री के नेतृत्व में हुआ है इसी परम्परा को और आगे बढ़ाने का कार्य विदेशों में भी हुआ है। उन्होने कहा कि आने वाले समय में भारत न सिर्फ दुनियां की तीसरी अर्थव्यवस्था बनने जा रहा है, भारत ने एक बार फिर साबित किया है कि भारत पुनः एक बार फिर विश्वगुरू बनेगा, विश्व की अगुवाई, नेतृत्व करेगा।
पर्यटन मंत्री ने कहा कि देश के यशस्वी प्रधानमंत्री ने महिलाओं को सम्मान देने का कार्य किया, देश की आधी आबादी मातृशक्ति महिलाओं को 33 प्रतिशत आरक्षण देकर उन्हें भी बराबरी का दर्जा प्रदान किया, अब विधानसभा, लोकसभा में महिलाओं की बराबरी की भागीदारी होगी, प्रशासनिक क्षेत्र, रक्षा के क्षेत्र में भी महिलाएं अपनी प्रतिभा दिखा सकेंगी। उन्होंने कहा कि आज देश की महिलाएं हर क्षेत्र में अपना नाम रोशन कर रही है, भारतीय प्रशासनिक सेवा से लेकर अन्य शासकीय सेवाओं में बड़ी संख्या में बालिकाएं चयनित हो रही हैं, समाज में न केवल महिलाओं का सम्मान बढ़ा है बल्कि महिलाओं को हर क्षेत्र में बराबरी की हिस्सेदारी भी मिली है, तमाम योजनाओं से जुड़कर महिलाओं को स्वावलंबी बनाने का कार्य भी देश-प्रदेश में हुआ है। उन्होंने कहा कि उन्होंने कहा कि जनपद को पर्यटन एवं संस्कृति विभाग द्वारा रू. 72 करोड की लागत से अत्याद्युनिक सुविधाओं से सुसज्जित ऑडिटोरियम स्वीकृत किया है, इस ऑडिटोरियम का 02 मार्च को विधिवत्त शिलान्यास होगा और अगले 02 साल में ऑडिटोरियम का कार्य पूर्ण कराकर संबंधित कार्यदायी संस्था द्वारा हैंडोवर किया जाएगा, इस ऑडिटोरियम में बड़े कार्यक्रम आयोजित हो सकेंगे, इस ऑडिटोरियम में राजा तेज सिंह से लेकर मयन ऋषि, च्यवन ऋषि, सभी स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों, महापुरुषों का इतिहास सुरक्षित रहेगा।
संस्कृति मंत्री ने कहा कि कुछ वर्षों पूर्व तक इस जनपद ने प्रदेश में सबसे ज्यादा गुंडई देखी, यहां की जनता ने अन्याय को झेला है, वर्ष 2012 से लेकर 2017 के मध्य जो व्यक्ति पिटा, वही जेल गया, जिस व्यक्ति ने मारपीट की वह थानेदार के बराबर कुर्सी पर बैठा, पीड़ित की कहीं भी सुनवाई नहीं थी, उसे ही 151 में पाबंद कर जेल भेजने का कार्य हुआ, जाति, धर्म के आधार पर लोगों का शोषण हुआ, उस अवधि में बालिकाएं, महिलाएं शाम को घर से बाहर नहीं निकलती थीं, बच्चों को स्कूल भेजने में डर लगता था, बच्चा सुरक्षित घर लौटेगा या फिर फिरौती देकर आएगा लेकिन आज प्रदेश में कानून का राज है, आज महिलाएं पूरी तरह सुरक्षित है, रात्रि में भी पूरा जेवर पहनकर अकेली सड़कों पर निकल सकती हैं, किसी की हैसियत नहीं की किसी की लूटपाट कर सके, आज प्रदेश में सबका साथ-सबका विकास-सबका विश्वास के तहत बिना किसी भेद-भाव के योजनाओं का लाभ दिया जा रहा है।