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न्यायालय ने न्यायिक सक्रियता की मिसाल कायम कर दिया डीएनए जांच का आदेश

  1. न्यायालय ने न्यायिक सक्रियता की मिसाल कायम कर दिया डीएनए जांच का आदेशआदेश के बाद पीड़ित परिवार में फैली खुशी की लहर, आरोपी नरेश सिंह है जेल में बंद

    चेरियाबरियारपुर/मंझौल. अपर मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी मंझौल, मो शाहनवाज आलम ने न्यायिक सक्रियता की मिसाल कायम की है. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार 11 साल पुराने एक रेप केस के मामले में डीएनए जांच का आदेश दिया है. जिससे पीड़ित परिवार में खुशी की लहर दौड़ गई है. थाना कांड संख्या-111/13 में सुचिका द्वारा 12 जून 2024 को दाखिल आवेदन एवं बचाव पक्ष

  2. द्वारा 20 जून 2024 को दाखिल प्रतिउत्तर सुनने के पश्चात न्यायालय ने यह आदेश 05 जुलाई 2024 को दिया है. इसके बाद पिता का नाम पाने के लिए दर बदर की ठोकरें खा रहे गुंगी बहरी पीड़िता जयमंगली देवी के पुत्र 10 वर्षीय घुलटन कुमार तथा अन्य परिजनों में खुशी का माहौल कायम होना लाजिमी है. अब पीड़िता के साथ उसके पुत्र एवं आरोपी नरेश सिंह का ब्लड सैंपल डीएनए जांच हेतु
  3. विधि विज्ञान प्रयोगशाला हैदराबाद भेजा जाएगा. विदित हो कि इससे पूर्व एक बार डीएनए का रिपोर्ट आया है. परंतु उसमें रिपोर्ट अस्पष्ट करार दिया गया है. इसके उपरांत पुलिस के द्वारा न्यायालय में फाइनल फॉर्म भी समर्पित कर दिया गया. बावजूद इसके पीड़िता न्याय पाने एवं अपने बच्चे को पिता का नाम दिलवाने के लिए लगातार 11 साल से न्यायालय एवं पुलिस का चक्कर लगाती
  4. रही है. पीड़ित परिवार की मानें तो इस बीच देव के रूप में अधिवक्ता प्रिंस राहुल से भेंट हुई. तथा अधिवक्ता प्रिंस राहुल के द्वारा बहस को सुनने एवं अभिलेख पर मौजूद साक्ष्य का परिशीलन एवं मामले की गंभीरता को देखते हुए न्यायालय ने अभियुक्त नरेश सिंह के विरुद्ध पहले समन फिर जमानती वारंट एवं गैर जमानती वारंट तक निर्गत किया. तब वर्तमान मंझौल थानाध्यक्ष रिशा कुमारी ने
  5. त्वरित कार्रवाई करते हुए 05 जून 2024 को अभियुक्त नरेश सिंह को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. तदोपरांत पीड़िता ने डीएनए हेतु आवेदन समर्पित किया. जिसे न्यायालय ने स्वीकृत कर परिपालन हेतु आदेश की प्रति थाना अध्यक्ष मंझौल, सिविल सर्जन बेगूसराय, मंडल कारा अधीक्षक बेगूसराय एवं दोनों पक्ष को देने का आदेश दिया है. इस आदेश से आम जनता में न्यायालय के प्रति जहां विश्वास बढ़ा है. वहीं समाज में छुपे ऐसे बलात्कारियों में खौफ और दहशत का माहौल भी कायम हो गया है.

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