जितेंद्र सिंह रघुवंशी परिवहन आरटीओ जबलपुर रिटायर बाबू द्वारा चला रहे सरकारी कार्यालय
रोज लाखो का लेन देन होता है आरटीओ कार्यालय में मगर छापे की कोई कार्यवाही नही हो रही

जितेंद्र सिंह रघुवंशी द्वारा आरटीओ कार्यालय जबलपुर में भ्रष्टाचार किया जा रहा है इसकी जड कितनी मजबूत है यह आप देख सकते हैं अभी तक किसी भी प्रकार की कोई भी कार्रवाई नहीं की गई है जबकि क्षेत्रीय परिवहन आरटीओ कार्यालय में सीसीटीवी कैमरे लगे हैं जो कार्यालय में काम करते हैं उनकी रिकॉर्डिंग होती है फिर इन बाबूओ की भी रिकॉर्डिंग होगी रिटायरमेंट होने के बाद पूरा कार्यालय रिटायर बाबू द्वारा चलाए जा रहा है रिटायर बाबू सुनील तिवारी फाइलों की जांच करते हैं फिर साहाब के द्वारा निर्धारित राशि जो आरटीओ साहब ने फिक्स की है वह राशि ऐजेटो से फाईल के साथ जमा की जाती है वही बाबू फिर पुरी फाईलो को आरटीओ साहब के रूम नंबर 15 में ले जाकर फाईल में आर्डर कराते हैं आरटीओ साहब ने एक नया रजिस्टर बनाया है जिसमें सारी फाइलों का लेखा-जोखा लिखा जाता है लाखों का लेनदेन होता है रोज लेकिन किसी भी विभाग को जानकारी नहीं अगर छापे की कार्यवाही की गई तो बड़े-बड़े राज उजागर हो जाएंगे कौन-कौन सा सरकारी विभाग इसमें शामिल है यह तो छापे के बाद ही पता चलेगा काम करने के लिए रिटायरमेंट बाबुओं को अलग से रूम दिया गया है जिससे कि कार्यालय में भ्रष्टाचार कर सकें जबकि कार्यालय में सीसीटीवी कैमरे लगाऐ गऐ हैं फिर भी प्राइवेट लोगों द्वारा सरकारी काम कैसे किया जा सकता है अगर सीबीआई द्वारा फाइलों की जांच की गई तो फर्जी फाइलें पकड़ी जा सकती हैं साहाब का कहना है जो करना हो कर लो हमारा कुछ नहीं होगा हमारी शिकायत आप कहीं भी कर सकते हैं जितेंद्र सिंह रघुवंशी आरटीओ जबलपुर की शिकायत माननीय मुख्यमंत्री , माननीय प्रधानमंत्री , राष्ट्रपति भवन में और अन्य सरकारी कार्यालय में की गई है शिकायतें, देखते हैं कब होती है प्रशासन की कार्यवाही
किस तरह करते हैं कार्य – आफिस में सबके अलग अलग रूम है जो आरटीओ साहाब ने भ्रष्टाचार करने दिये है बाबूओ को रूम
1- रिटायर बाबू सुनील तिवारी का काम एजेंटों द्वारा जो फाइल लाई जाती हैं उनकी राशि का लेनदेन होता है जो फाइलें ऑर्डर के लिए जाती हैं पहले रिटायरमेंट बाबू सुनील तिवारी चेक करते हैं इनका रूम नंबर 8 है सभी फाइलों का रेट आरटीओ साहब ने निर्धारित कर दिया है जो फिक्स है कम ज्यादा करना हो तो आरटीओ साहब से संपर्क के बाद कम हो जाती है राशि
2 – रिटायर राजेंद्र सिंह बघेल इनका काम कोर्ट के मामले देखते हैं और हैवी कमर्शियल लाइसेंस की जांच करते हैं बघेल बाबू द्वारा हैवी कमर्शियल लाइसेंस परमानेंट पेपर की जांच हो जाए उसके बाद ही आवेदक की फोटो होती है इनका रूम नंबर 11A है
3- चंद्रकांता ठाकुर मैडम इनका काम फाइलों में पेपर की जांच करने का होता है जाँच करने के बाद ऐजेंटों से राशि ले लेती है जो फाईल के हिसाब से होता है फिर उसमें सील लगा देती हैं मैडम आपने हिसाब से काम करती हैं बड़े एजेंट हैं तो फाइल बिना जांच करें कर देती हैं इनका रूम नंबर 22 है
जब इस विषय में आरटीओ साहाब से बात की गई तो साहाब का कहना है इसकी हमे कोई जानकारी नहीं है ज्यादा न्यूज मत बनाओ नही तो हम तुम्हे झूठे केस में फंसा देगे
जिला प्रमुख मदन रैकवार वंदे भारत लाईव टीवी न्यूज जबलपुर