भरथना
सावन माह के अंतिम सोमवार को नगर के शिवालयों में भोलेनाथ के जयकारों की गूंज सुनाई दी। इसी क्रम में भरथना कस्बा स्थित ऐतिहासिक छोला मंदिर में एक विशेष दृश्य देखने को मिला, जब मुस्लिम समुदाय के आविद फल वाले ने अपने साथियों के साथ शिवभक्ति में लीन होकर देशवासियों को सांप्रदायिक सौहार्द और भाईचारे का अनूठा संदेश दिया।
इस अवसर पर आविद ने कहा, “आज सावन का अंतिम सोमवार है। देशभर से शिवभक्त कांवड़ लाकर शिवालयों में जलाभिषेक कर रहे हैं। हम सभी धर्मों का सम्मान करते हैं और यही हमारी भारतीय संस्कृति की असली पहचान है।”
स्थानीय श्रद्धालु इस पहल से काफी भावुक दिखे और कहा कि जब धर्म की दीवारें प्रेम से टूटती हैं, तभी सच्चा भारत सामने आता है। सावन के अंतिम सोमवार पर यह दृश्य हर किसी के लिए प्रेरणास्पद रहा।