
झूठा केस साबित होने पर शिकायती महिला को उतनी ही सजा मिलनी चाहिए , जितनी कि पुरुष कोः डॉ एच सी विपिन कुमार जैन
मां सरस्वती शिक्षा समिति के प्रबंधक डॉ एच सी विपिन कुमार जैन ने कहा कि परामर्श केन्द्रों के आंकड़े की | माने तो पुरुष भी महिलाओं द्वारा उत्पीड़न के शिकार हो रहे हैं । घरेलू हिंसा से सम्बंधित शिकायतों में लगभग 40 प्रतिशत शिकायतें पुरुषों ने की हैं । रिसर्च में यह साबित हुआ हैं कि वायलेंट रिलेशनशिप में | महिलाओं के एग्रेसिव होने की आशंका पुरुषों जितनी ही हैं । वर्ष 2018 में व्हेन वाइफ बीट्स देयर हसबैंड , नो वन वांट्स टू बिलीव इट नामक शीर्षक से प्रकाशित लेख में कैथी यंग ने इससे सम्बंधित कई रिसर्च का जिक्र किया है । अगर कोई मामला गंभीर होने पर हिम्मत करके पुलिस को शिकायत करता भी हैं तो अक्सर पुलिस ही उसका मजाक उड़ाकर और उसे डरा धमाका कर वापस भेज देती है । घरेलु हिंसा से सुरक्षा का लाभ केवल महिलाओं को ही मिलता है , उसका पुरुषों को कोई लाभ नहीं मिलता । डॉ एच सी विपिन कुमार जैन का कहना है कि जिस तरह से महिलाओं के पीड़ित होने पर कानूनी अधिकार मिलते है उसी तरह पुरुषों को भी मिलना चाहिए ताकि समाज में महिलाओं द्वारा पुरुषों को प्रताड़ित ना किया जा सके और झूठा केस साबित होने पर शिकायती महिला पक्ष को उतनी ही सजा मिलनी चाहिए जितना कि दोष साबित होने पर पुरुष को दी जाती । डॉ एच सी राजेंद्र कुमार जैन साहित्यकार , डॉ आरके शर्मा,इं आकाश कुमार जी , , प्रशांत जैन समाजसेवी , डॉ आरके शर्मा, आलोक मित्तल एडवोकेट, ज्ञानेंद्र चौधरी एडवोकेट, सुनील जैन आदि ने कहा कि पुरुषों पर आर्थिक व्यवहार , जमीन , जायदाद , रंजिश निकालने और तरह – तरह से परेशान करने के लिए झूठे मुकदमें दर्ज किये और कराये जाते हैं । ऐसे मामलों की कोर्ट कचहरी में भरमार हैं । न्यायालय में अधिकतर मामले फर्जी साबित हुए हैं । इससे यह स्पष्ट हो गया हैं कि महिलाओं के सुरक्षा हेतु बनाये गए कानून का महिलाये बड़ी मात्रा में दुरूपयोग कर रही हैं ।