A2Z सभी खबर सभी जिले कीउत्तर प्रदेश

भारतीय ज्ञान परम्परा के माध्यम से देश शीर्षोन्नति को प्राप्त कर विश्वगुरु की पदवी को प्राप्त करेगा-कुलपति प्रो बिहारी लाल शर्मा

यज्ञशाला में चल रहे यज्ञ में कोई भी हिस्सा लेकर मन वांछित फल प्राप्त कर सकता है-आचार्य विजय कुमार शर्मा

*भारतीय ज्ञान परम्परा के माध्यम से देश शीर्षोन्नति को प्राप्त कर विश्वगुरु की पदवी को प्राप्त करेगा-कुलपति प्रो बिहारी लाल शर्मा*

यज्ञशाला में चल रहे यज्ञ में कोई भी हिस्सा लेकर मन वांछित फल प्राप्त कर सकता है-आचार्य विजय कुमार शर्मा

 

Related Articles

वाराणसी।धार्मिक अनुष्ठान करते समय देवी-देवताओं की विशेष कृपा प्राप्त होती है और जीवन में चल रही कई तरह की बाधाएं खत्म हो जाती हैं।शतचंडी महायज्ञ को बहुत ही प्रभावशाली और शक्तिशाली यज्ञ माना जाता है उसमें भी हवनात्मक हो तो और उत्तम माना जाता है। इस यज्ञ के आयोजन से व्यक्ति का आत्मविश्वास बढ़ता है। जन्मपत्रिका में स्थित अशुभ ग्रहों का प्रभाव कम होता है। सौभाग्य में वृद्धि होती है। शतचंडी यज्ञ के आयोजन से शत्रुओं का नाश होता है और कार्यक्षेत्र में आने वाली बाधाएं समाप्त हो जाती हैं। व्यापार में वृद्धि, संतान प्राप्ति, संस्थान की उन्नति, शत्रुनाश, शिक्षा में अभिवृद्धि आदि अनेक मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।

सनातन हिंदू धर्म में शतचण्डी, नवचंडी महायज्ञयज्ञ एक बेहद शक्तिशाली, असाधारण और बड़ा यज्ञ होता है। इस यज्ञ में शुद्व उचारण करने वाले योग्य वैदिक ब्राह्मणों से ही करवाने का विधान भी है।शतचंडी महायज्ञ में दुर्गासप्तशती के 700 श्लोकों का 100 पाठ व उनसे हवन भी किया जाता है।कुलपति प्रो.बिहारी लाल शर्मा ने यज्ञ में पूजा एवं आहुति प्रदान कर कहा कि आज देश सम्पूर्ण विश्व का नेतृत्व करने के लिए अग्रसर है और इस प्रकार के पवित्र कार्यक्रमों से अवश्य ही देश शीर्षोन्नति को प्राप्त कर विश्वगुरु की पदवी को प्राप्त करेगा तथा सम्पूर्ण विश्व का नेतृत्व करेगा।आज पुनः प्राच्यविद्या के इस ज्ञान के आधार पर भारतीय संस्कृति को वैश्विक स्तर पर स्थापित करने की जरूरत है।वर्तमान में विश्वविद्यालय एवं विश्वविद्यालय विकास समिति के द्वारा संवत्सरव्यापी चतुर्वेद स्वाहाकार विश्वकल्याण महायज्ञ के अंतर्गत वेद विभाग के आचार्य डॉ. विजय कुमार शर्मा के आचार्यत्व में हवनात्मक शतचण्डी यज्ञ चल रहा है।डॉ.शर्मा ने बताया कि चतुर्वेद स्वाहाकार के साथ साथ 11 वैदिक ब्राह्मणों द्वारा पूर्ण वैदिक विधान के अनुसार संचालित शतचण्डी महायज्ञ का प्रत्येक जनमानस को अवश्य होगा।इस अवसर पर विभागाध्यक्ष प्रो. महेन्द्र पाण्डेय, प्रो. सुधाकर मिश्र, प्रो. दिनेश गर्ग, प्रो. रामपूजन पाण्डेय, प्रो. अमित कुमा शुक्ल, प्रो. हरिशंकर पाण्डेय, प्रो. शैलेश मिश्र, डॉ. ज्ञानेंद्र सापकोटा, डॉ. सत्येन्द्र , जनसम्पर्क अधिकारी डॉ. शशीन्द्र मिश्र सहित विश्वविद्यालय के अध्यापक,कर्मचारी व छात्र उपस्थित रहे। विश्वविद्यालय विकास समिति के आर.सी.जैन व धनंजय पाण्डेय उपस्थित रहे।

रिपोर्ट= हिमांशु सोनी ज़िला संपादक वंदे भारत लाइव टीवी न्यूज़ जालौन।

ख़बर व विज्ञापन के लिए सम्पर्क करे= 8887592943

AKHAND BHARAT NEWS

AKHAND BHARAT NEWS
Back to top button
error: Content is protected !!