अपनी ही शादी में मेडिकल अवकाश लेकर जाने को विवश शिक्षकों ने सौपा ज्ञापन

सभी तहसीलों में दिया गया उपजिलाधिकारी को मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन

सिद्धार्थनगर. अपने मां- बाप के बीमार होने की स्थिति में खुद मेडिकल अवकाश लेने की स्थिति, स्कूलों में छात्र संख्या के सापेक्ष पर्याप्त शिक्षक नहीं हैं, तमाम विद्यालय बन्द या एकल है, कई कई विद्यालयों मे 10-12 शिक्षक भरे है। वर्षों से जिले के अन्दर समायोजन, वर्षों से पदोन्नति नहीं हो रही, 90% विद्यालय में प्रधानाध्यापक का पद रिक्त है, विगत आठ वर्षों से कोई पदोन्नति नही हुई है, समय- समय पर वार्ता एवं ज्ञापनों के माध्यम से राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ द्वारा शिक्षकों की प्रमुख समस्याएँ जैसे 30 दिन का अर्जित अवकाश, आधे दिन अवकाश, प्रतिकर अवकाश, प्रभारी भत्ता,नई शिक्षा नीति के अनुसार शनिवार अवकाश आदि उच्चाधिकारियों के समक्ष रखी जाती रही है लेकिन उन वाजिब मांगों पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करके उनका निस्तारण करने की जगह विभागीय अधिकारियों द्वारा डिजिटलाईजेशन के नाम पर दण्डात्मक, अपमानजनक एवं एकतरफा कार्यवाही शिक्षकों के प्रति की जा रही है जिससे शिक्षकों मे भारी रोष व्याप्त है, जिसके चलते ज़िले मे 2000 से ज्यादे शिक्षकों ने विभागीय ग्रुपों से लेफ्ट किया। उक्त सम्बन्ध में कोई सकारात्मक परिणाम न मिलने से राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के आह्वान पर जनपद के शिक्षकों ने अपने निजी नंबर से जुड़े हुए विभाग के सभी व्हाट्सएप ग्रुपों से अपने को अलग कर लिया। आज मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन उप जिलाधिकारी के माध्यम से सभी तहसीलों में दिया गया सदर तहसील पर प्रदेश संयुक्त मंत्री व जिला अध्यक्ष आदित्य कुमार शुक्ला की अगुवाई में ज्ञापन सौपा गया। ज्ञापन के माध्यम से राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ ने मांग किया है कि जब तक शिक्षकों की व्यावहारिक समस्याएँ जो विभिन्न मांग पत्रों के माध्यम से शासन को भेजा गया और आगामी 14 तारीख को महानिदेशक महोदया को भी संगठन के प्रांतीय नेतृत्व द्वारा दिया जाएगा उन सबके समाधान होने तक तकनीकी रूप से अव्यावहारिक डिजिटलाईजेशन की व्यवस्था स्थगित रखी जाए तथा इस संबंध में जिन शिक्षक व शिक्षिकाओं पर कार्रवाई की गई है उसे समाप्त किया जाये। इस दौरान विपुल कुमार सिंह, जे पी गुप्ता, धर्मेंद्र श्रीवास्तव, हरिशंकर सिंह, संतोष पांडेय, लोकेंद्र देशवाल, सुरेंद्र गुप्ता शिवपाल सिंह, शम्भू सिंह, रेनू मणि त्रिपाठी, बबीता यादव,अभिषेक यादव, रीता चौधरी व अन्य शिक्षक शिक्षिकाएं उपस्थित रहे।

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