मुंबई: महाराष्ट्र. एनसीपी शरद पवार गुट को चुनाव आयोग की ओर से नया चुनाव चिह्न “तुतारी”मिल गया है, नए सिंबल में एक व्यक्ति को तुरहा बजाते हुए देखा जा रहा है। मराठी भाषा में इसे तुतारी कहा जाता है। वही आयोग की ओर से मिले नए सिंबल पर पार्टी की ओर से कहा गया है कि ये हमारे लिए गर्व की बात है। एनसीपी पार्टी की से कहा गया है, महाराष्ट्र के इतिहास में दिल्ली की गद्दी के कान खड़े करने वाले छत्रपति शिवाजी का शौर्य आज राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी शरद चंद्र पवार के लिए गौरव का विषय है। महाराष्ट्र के आदर्श, फुले, शाहू, अम्बेडकर, छत्रपति शिवाजी महाराज के प्रगतिशील विचारों के साथ यह तुतारी शरद पवार के साथ दिल्ली के सिंहासन को हिलाने के लिए एक बार फिर से बिगुल बजाने के लिए तैयार है। इससे पहले शरद पवार गुट को चुनाव चिह्न के रुप में वटवृक्ष मिला था। जिसको लेकर विश्व हिंदू परिषद ने आपत्ति जताई थी। वीएचपी का कहना है कि वटवृक्ष उनके संगठन का रजिस्टर्ड सिंबल है। वहीं नए चुनाव चिह्न को लेकर शरद पवार गुट के नेता जितेंद्र अहवाड़ ने कहा कि 84 साल के शरद पवार एक बार फिर रण में उतर आएं हैं। उन्होंने लिखा ये महाराष्ट्र की जनता के मन में संकेत है. एनसीपी पार्टी शरद पवार को चुनाव आयोग ने एक टारगेट दिया था! और अगर वह तुतारी थी तो टारगेट क्या था। एक योद्धा को दी गई तुतारी इस योद्धा का नाम है शरद पवार 84 साल के शरद पवार फिर एक बार रण में उतर आएं हैं। यह सिग्नल एक अलग संदेश देता है।महाराष्ट्र युद्ध के लिए तैयार है, युद्ध अधर्म के खिलाफ है और इस युद्ध का ढिंढोरा पीटने का काम चुनाव आयोग ने किया है।