
2024: उत्तराखंड की पांच पांच फ्रेंचाइजी स्थिति साफा, मैदान में दिनांक 55 साइटकॉम
लोकसभा चुनाव 2024 उत्तराखंड में मुसलमानों की सभी पांचों सीट पर नाम वापसी के साथ अब नॉर्वेजियन को लेकर तस्वीर साफ हो गई है। इस प्रकार अब पांच सीट पर 55 स्याह मैदान हैं। भाजपा कांग्रेस और अमोघ प्रदेश की सभी सीटें चुनावी मैदान में हैं, जबकि सपा ने इस बार एक भी उम्मीदवारी हासिल नहीं की है।
हरिद्वार में सबसे कम 14 तो सबसे कम जनसंख्या वाले मैदान में
लोकसभा चुनाव 2024: उत्तराखंड में नामांकन की सभी पांचों सीटों पर नाम वापसी के साथ अब अंतिम संस्कार को लेकर तस्वीर साफ हो गई है। अपने सती को जापानी कम्युनिस्ट पार्टी ने नाम वापस ले लिया। सीट पर किसी भी खाते से नाम वापस नहीं लिया गया। इस प्रकार अब तक पांच कार्यालयों पर 55 अन्य सेवाएं मौजूद हैं। इनमें से सबसे अधिक 14 सबसे कम समुद्री स्थल हैं, जबकि सीताफल सबसे कम समुद्री तल पर हैं। गढ़वाल में 13, गढ़वाल गढ़वाल में 11 और अभ्यारण्य-उधम सिंह नगर सीट के लिए 10 मैदान में तारीखें हैं। जिन राज्यों के राज्यों में प्रथम चरण में 19 अप्रैल को मतदान हो रहा है, उनमें उत्तराखंड भी शामिल है। लोकसभा चुनाव के लिए नामांकन प्रक्रिया 20 मार्च से शुरू हो गई थी। 27 मार्च तक चली प्रक्रिया में 63 फाइनलिस्टों को नामांकित किया गया। इनमें से सात में विभिन्न तकनीकी सिद्धांतों की जांच के संकेत दिए गए हैं। इसके बाद 56 एंटरप्राइज मैदान में राह चले गए। शनिवार को नाम वापसी की तारीख थी। निर्धारित समय-अंतःस्थिति के अंदर सीट पर अर्जन कुमार देव ने नाम वापस ले लिया। वह उक्रांद के बारे में चिंतित थे, लेकिन सिंबल जाम न कर पाने के कारण उन्हें बंधक बना लिया गया था।
एक जून तक इलेक्टोरल पोल पर रहेगा प्रतिबंध
अपर मुख्य निर्वाचन अधिकारी विजय कुमार जोगदंडे ने बताया कि निर्वाचन आयोग के निर्देशों के अनुसार ऑनलाइन मतदान के निष्कर्षों का प्रकाशन और प्रसारण चुनाव प्रक्रिया को प्रतिबंधित रहने तक जारी रखा जाएगा। 19 अप्रैल को सुबह सात बजे से लेकर एक जून की शाम तक वैज्ञानिक सर्वेक्षण का प्रकाशन और प्रसारण पर प्रतिबंध रहेगा। 48 घंटे पूर्व ओपिनियन पोल से मतदान और निष्कर्ष का प्रकाशन और प्रसारण भी उसका प्रतिबंधित रहेगा।
चुनाव विभाग
सभी बुकमार्क्स पर चुनाव के लिए पासवर्ड दिए गए हैं। बीजेपी, कांग्रेस और पार्टी प्रदेश की बाकी सभी पार्टियां चुनावी मैदान में हैं, जबकि सपा ने इस बार एक भी सीट नहीं छोड़ी है। चुनाव में केंद्रीय रक्षा कांग्रेस के अध्यक्ष गणेश गोदियाल, भाजपा के राष्ट्रीय मीडिया प्रमुख अनिलूनी, पूर्व मुख्यमंत्री नेपोलियन टम्टा, पूर्व मुख्यमंत्री नेपोलियन टम्टा, पूर्व मुख्यमंत्री नेपोलियन बल टम्टा और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल की स्थिति में गिरावट आई है।