विजय कुमार भारद्वाज/मुंबई
चीन से कराची जाने वाली शिप में थे न्यूक्लियर मिसाइल से जुड़े कंसाइनमेंट, एजेंसियों ने मुंबई के न्वाहा शेवा पोर्ट में एक शिप को पकड़ा ।

मुंबई/महाराष्ट्र : भारतीय सुरक्षा एजेंसियों ने मुंबई के न्हावा शेवा बंदरगाह पर चीन से पाकिस्तान जा रहे एक जहाज को पकड़ा।अधिकारियों ने बताया कि कराची जाने वाले इस शिप को शक के आधार पर रोका गया। ऐसी सूचना है कि इस शिप में कुछ ऐसे संदिग्ध सामान मिले जिनका इस्तेमाल पाकिस्तान के परमाणु और बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रम के लिए किया जा सकता था। इंडियन पोर्ट में पाकिस्तान के परमाणु कार्यक्रम से जुड़ी ये संदिग्ध खेप मिलने से हड़कंप मच गया। कस्टम अधिकारियों ने खुफिया जानकारी के आधार पर एक कंप्यूटर न्यूमेरिकल कंट्रोल (सीएनसी) मशीन सहित इस कंसाइमेंट की जांच की। इसमें डीआरडीओ के अधिकारी भी शामिल हुए।शिप में मिली कंप्यूटर न्यूमेरिकल कंट्रोल मशीन रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) की एक टीम ने पाकिस्तान जाने वाले इस शिप के कंसाइनमेंट की जांच पड़ताल की है। उन्होंने बताया कि इस कंसाइनमेंट का इस्तेमाल पाकिस्तान अपने परमाणु कार्यक्रम के लिए कर सकता है। मुंबई पोर्ट में जिस जहाज को रोका गया उसमें ऐसा कंसाइनमेंट होने का संदेह है, जिसका इस्तेमाल पाकिस्तान अपने परमाणु और बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रम में कर सकता है। इसमें एक इतालवी कंपनी की ओर से निर्मित कंप्यूटर न्यूमेरिकल कंट्रोल (सीएनसी) मशीन मिली है। जिसकी जांच डीआरडीओ की एक टीम ने किया।अधिकारियों ने बताया कि शिप में मिली सीएनसी मशीनें कंप्यूटर नियंत्रित होती हैं। ये मिसाइल निर्माण के अहम हिस्सों को मजबूती, स्थिरता और सटीकता प्रदान करती हैं। 23 जनवरी को खुफिया सूचना के आधार पर कस्टम अधिकारियों ने माल्टा के झंडे वाले व्यापारी जहाज, CMA CGM को कराची जाते समय रोक दिया। जांच में उन्होंने पाया कि 22,180 किलोग्राम वजनी यह कंसाइनेंट ताइयुआन माइनिंग इम्पोर्ट एंड एक्सपोर्ट कंपनी लिमिटेड की ओर से भेजा गया था। ये पाकिस्तान में कॉस्मॉस इंजीनियरिंग के लिए था। डीआरडीओ ने पुष्टि किया है कि इस कंसाइमेंट में परमाणु और मिसाइल कार्यक्रमों से जुड़े जरूरी पार्ट्स मिले हैं।चीन से पाकिस्तान जा रहे शिप में परमाणु बैलिस्टिक मिसाइल से जुड़ी खेप मिलने के बाद कई सवाल उठने लगे हैं। कहा ये जा रहा कि क्या पाकिस्तान यूरोप और अमेरिका से प्रतिबंधित वस्तुओं को हासिल करने के लिए अब चीन का इस्तेमाल कर रहा है। ऐसा इसलिए जिससे वो पहचान छिपाकर पकड़े जाने से बच सके। इस मामले में भी कंसाइमेंट भेजने वाले को ‘शंघाई जेएक्सई ग्लोबल लॉजिस्टिक्स कंपनी लिमिटेड’ के रूप में रजिस्टर किया गया था। वहीं जिसे ये खेप भेजी गई वो सियालकोट का ‘पाकिस्तान विंग्स प्राइवेट लिमिटेड’ है।’सागर मंथन’ से निकली रिकॉर्ड 3300 किलो ड्रग्स, पकड़े गए 5 विदेशी स्मगलर, पाकिस्तान से जुड़ रहा कनेक्शन पहले भी चीन से पाक भेजा गया मिलिट्री ग्रेड आइटम्स यह पहली बार नहीं है जब भारतीय पोर्ट पर अधिकारियों ने चीन से पाकिस्तान भेजे जा रहे ‘दोहरे इस्तेमाल वाली’ मिलिट्री-ग्रेड वस्तुओं को जब्त किया है। फरवरी 2020 में, चीन को ‘औद्योगिक ड्रायर’ की आड़ में पाकिस्तान को ऑटोक्लेव की आपूर्ति करते हुए पाया गया था। पाकिस्तानी रक्षा आपूर्तिकर्ता, कॉस्मॉस इंजीनियरिंग, 12 मार्च, 2022 से जांच के दायरे में है, जब भारतीय अधिकारियों ने न्हावा शेवा बंदरगाह पर इतालवी निर्मित थर्मोइलेक्ट्रिक इंस्ट्रूमेंट की एक कंसाइनमेंट को रोका था। वहीं जून 2023 में, अमेरिकी उद्योग और सुरक्षा ब्यूरो (बीआईएस) ने पाकिस्तान के बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रम से जुड़े सामान की आपूर्ति में शामिल तीन कंपनियों पर प्रतिबंध लगाया था।