*चित्रकूट- मझगवां तहसील क्षेत्र के ग्राम देवलहा के ग्राम उमरिहा में स्थित इंडो न्यूक्लियर पावर एनर्जी का प्लांट क्षेत्रीय किसानों के लिए अभिशाप बनकर शुरू हुआ है आपको बता दें कि क्षेत्र में सिंचाई के लिए स्थित पटना बांध से इस प्लांट द्वारा पानी लेने के लिए अनुमति ली गई है लेकिन अगर बांध से फैक्ट्री में जाने लगा तो किसानों को सींच के पानी नही मिलेगा, जिससे इस गरीब क्षेत्र में किसानों को और ज्यादा गरीबी का सामना करना पड़ेगा, ऐसे में बांध से फैक्ट्री में जाने वाले पानी पर रोक लगानी चाहिए, साथ ही स्थानीय को रोजगार देने मामले में भी इस फैक्ट्री ने केवल कोरम पूरा किया गया है, जिस क्षेत्र में इतना बड़ा व्यवसाय स्थित है वावजूद इसके क्षेत्र को लोगों को लाभ मिलने की बजाय इस प्लांट से क्षेत्रीय लोगो को हानि का ही सामना करना पड़ेगा।*

*चित्रकूट- मझगवां तहसील क्षेत्र के ग्राम देवलहा के ग्राम उमरिहा में स्थित इंडो न्यूक्लियर पावर एनर्जी का प्लांट क्षेत्रीय किसानों के लिए अभिशाप बनकर शुरू हुआ है आपको बता दें कि क्षेत्र में सिंचाई के लिए स्थित पटना बांध से इस प्लांट द्वारा पानी लेने के लिए अनुमति ली गई है लेकिन अगर बांध से फैक्ट्री में जाने लगा तो किसानों को सींच के पानी नही मिलेगा, जिससे इस गरीब क्षेत्र में किसानों को और ज्यादा गरीबी का सामना करना पड़ेगा, ऐसे में बांध से फैक्ट्री में जाने वाले पानी पर रोक लगानी चाहिए, साथ ही स्थानीय को रोजगार देने मामले में भी इस फैक्ट्री ने केवल कोरम पूरा किया गया है, जिस क्षेत्र में इतना बड़ा व्यवसाय स्थित है वावजूद इसके क्षेत्र को लोगों को लाभ मिलने की बजाय इस प्लांट से क्षेत्रीय लोगो को हानि का ही सामना करना पड़ेगा।*

*चित्रकूट- मझगवां तहसील क्षेत्र के ग्राम देवलहा के ग्राम उमरिहा में स्थित इंडो न्यूक्लियर पावर एनर्जी का प्लांट क्षेत्रीय किसानों के लिए अभिशाप बनकर शुरू हुआ है आपको बता दें कि क्षेत्र में सिंचाई के लिए स्थित पटना बांध से इस प्लांट द्वारा पानी लेने के लिए अनुमति ली गई है लेकिन अगर बांध से फैक्ट्री में जाने लगा तो किसानों को सींच के पानी नही मिलेगा, जिससे इस गरीब क्षेत्र में किसानों को और ज्यादा गरीबी का सामना करना पड़ेगा, ऐसे में बांध से फैक्ट्री में जाने वाले पानी पर रोक लगानी चाहिए, साथ ही स्थानीय को रोजगार देने मामले में भी इस फैक्ट्री ने केवल कोरम पूरा किया गया है, जिस क्षेत्र में इतना बड़ा व्यवसाय स्थित है वावजूद इसके क्षेत्र को लोगों को लाभ मिलने की बजाय इस प्लांट से क्षेत्रीय लोगो को हानि का ही सामना करना पड़ेगा।*

क्षेत्रवासियों के लिए अभिशाप है यह न्यूक्लियर एनर्जी का प्लांट, क्षेत्र के लोगो को न तो नौकरी और न ही किसी प्रकार का लाभ, हां कुछ नेताओं के चरण वंदन वाले जरूर इस प्लांट में नौकरी करेगे बांकी स्थानीय लोगो को हानि के अलावा कोई फायदा नही।*वही पास के ग्रामीणों ने कहा कि अगर बांध से एक भी बूंद पानी इस प्लांट में गया तो हम आंदोलन करने को मजबूर होंगे, क्योकि इस बांध से सिचाई के लिए पानी तो बमुश्किल ही मिल पाता है तो फिर प्लांट को पानी नही दिया जाना चाहिए।

 

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