सुबह से ही नगर के प्रमुख मुस्लिम बाहुल्य इलाकों के घरों में लोगों ने पर्व के विशेष पकवान हलुआ, केक समेत अन्य मीठे पकवान बनाने में महिलाएं जुट गई थीं । शाम को ही घरों व मस्जिदों में लोगों का पूरी रात इबादतों का दौर चला। इस दौरान विशेष दुआएं की गईं। कब्रिस्तानों में जाकर अपने बुजुर्गों के आस्तानों पर मगफिरत की दुआएं की व फातेहा पढ़े । मजारों पर लोगों ने चरागा किया तो मस्जिदों पर रंग-बिरंगी विद्युत झालरों सजावट की गई। इबादत का दौर पूरी रात चलता रहा जो फजिर की नमाज के बाद समाप्त हुआ। पर्व के मद्देनजर प्रशासन द्वारा सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद की गई थी। कब्रिस्तानों, मस्जिदों, आस्तानों के पास पुलिस की ड्यूटी लगाई गई थी ।
एसएचओ दीपेंद्र सिंह रात भर नगर व क्षेत्र में चक्रमण करते दिखे ।