कोटेदार की मनमानी का गांव वालों ने किया विरोध

पहले भी हो चुकी है कार्यवाही निरस्त कोटे का कमिश्नरी से हुआ था बहाल

 

जौनपुर।

कोटेदार की मनमानी का गांव वालों ने किया विरोध जिलाधिकारी को दिया ज्ञापन देकर कार्यवाही की, मांग की।

पहले भी कोटेदार पर मुकदमा दर्ज़ हुआ था और निरस्त हो चुकी है दुकान।

जौनपुर। शाहगंज तहशील क्षेत्र के मजडीहा ग्राम सभा की कोटेदार की मनमानी का मामला संज्ञान में आया है। बताते चलें कि सम्पूर्ण समाधान दिवस पर मजडीहा गांव के प्रधान और ग्रामवासियों की तरफ से एक प्रार्थना पत्र दिया गया जिसमें यह आरोप लगाया गया कि हमारे ग्राम सभा का कोटेदार अपनी मनमानी से राशन देते समय घटतौली करके राशन वितरित करता है और उसमें बचे हुए राशन को बाजार में बेच देता है।

हमारे ग्रामसभा का कोटेदार पिछले 30-35, वर्षों से लगातार कोटे की दुकान चला रहा है। इससे पहले वर्ष 2019, में शिकायत करने पर तहशीलदार द्वारा जांच कराकर उपजिलाधिकारी द्वारा, के निलंबित कर दिया गया था। उसके बाद गांव वालों ने जिलाधिकारी से शिकायत करके हलफनामा दिया । जिसमें कार्यवाही करते हुए जिलाधिकारी के आदेश पर जिला पूर्ति अधिकारी के द्वारा जांच के उपरान्त कोटा निरस्त करते हुए पूर्ति निरीक्षक शाहगंज द्वारा थाना शाहगंज में वस्तु अधिनियम की धारा 3/7, में कालाबाजारी का मुकदमा पंजीकृत कराया गया। कोटेदार ने कमिश्नरी, से चार पांच माह बाद कोटा बहाल करा लिया।

अब आरोप है कि कोटेदार की मनमानी इतनी बढ़ गई है कि वह कहता फिरता है कि मैंने कोटा बहाल कराने में लगभग पांच लाख खर्च किया हूं तो निकलु कैसे।जिसको जो करना हो वह कर लें। इससे क्षुब्द होकर गांव के 38कार्ड, धारकों ने इसकी शिकायत की है। कोटेदार की मनमानी और घटतौली को रोकते हुए उचित कार्यवाही की मांग की है। जिसमें साजिद(ग्राम प्रधान)मो कैंसल, छोटे लाल,मो०आसिफ, हीरालाल श्याम बहादुर,दल सिंगार आदि ने हस्ताक्षर सहित प्रार्थना पत्र प्रस्तुत किया है।

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