जीव ईश्वर का अंश : महंत गणेश दास

कसया नगर स्थित श्रीरामजानकी मंदिर (मठ) में चौदहवें वर्ष दस दिवसीय श्रीराम महायज्ञ के नौवें दिन गुरुवार को श्री अवध बिहारी कुंज, अयोध्या धाम से आये कथा वाचक महंत गणेश दास महाराज ने श्रीराम कथा की अमृत वर्षा कराते हुए कहा कि जीव ईश्वर का ही अंश है। इस नाते जीव व ईश्वर का घनिष्ठ सम्बन्ध है। परमात्मा कभी जीव को अलग नही करते हैं जीव को अविनाशी कहा गया है। जीव ही अपने चतुराई से स्वयं को परमात्मा से अलग कर लेता है। भगवान श्रीराम ने सुग्रीव से मित्रता करके बाली का वधकर जीव और ईश्वर की सच्ची मैत्री का दर्शन जगत को कराया। आगे कथा वाचक ने कहा कि भगवत भक्ति के द्वारा ईश्वर को प्राप्त करना ही मानव मात्र का परम धर्म है। यही मानव का श्रेय, ध्येय व गेय है।

कथा का प्रारंभ यजमान मीनू पाठक द्वारा व्यास पीठ के पूजन से हुआ। संचालन सिया शरण पांडेय ने किया। इस दौरान यज्ञाचार्य रामजी पांडेय के देख रेख में श्रीराम महायज्ञ और अयोध्या धाम से आये संतो द्वारा अखंड सीता राम नाम संकीर्तन चलता रहा। यज्ञ मंडप की परिक्रमा हेतु श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा।
महंत त्रिभुवन शरण दास व व्यवस्थापक देव नारायण शरण ने बताया कि आज शुक्रवार को कथा प्रातः 10 बजे से दोपहर 1 बजे के मध्य सम्पन्न होगी। ततपश्चात विशाल भंडारे के साथ श्रीराम महायज्ञ की पूर्णाहुति होगी।
इस अवसर पर कुशीनगर विधायक पीएन पाठक, नगर पालिका परिषद कुशीनगर अध्यक्ष प्रतिनिधि राकेश जायसवाल, विष्णु शरण, परशुराम दास, अवधेश भगवती, हृदयानंद तिवारी, इन्द्रासन प्रसाद संतजी, सत्य प्रकाश पांडेय, अमित मालवीय, दिनेश तिवारी, अमिय कुमार, संतोष दत्त राय, अभिषेक श्रीवास्तव, राज कुमार, रंजीत राय, मिथिलेश सिंह, सुरेश गुप्ता, निशांत सिंह, शिवम राय, आदित्य मिश्र, दिव्यांशु, डॉ0 हरिओम मिश्र आदि उपस्थित रहे।

Exit mobile version