जिनालय की ध्वजा एवं जिन बिंब दर्शन एक समान – साध्वी नयप्रज्ञना श्री जी

Mahendra singh chouhan

 

जैसलमेर। जैसलमेर लौद्रवपुर पार्श्वनाथ जैन श्वेताम्बर ट्रस्ट के तत्वावधान में अमर सागर तालाब जिनालय में अढार अभिषेक एवं वार्षिक ध्वजा का विधान हर्षोल्लास पूर्वक संपन्न हुआ।

प्रवक्ता पवन कोठारी ने बताया कि सागरानंद समुदाय की साध्वी नयप्रज्ञना श्री जी महाराज साहब आदि ठाणा 6 की निश्रा में विधिकारक सुनील भाई राजू भाई डीसा एवं महेंद्र भाई बाफना द्वारा विधिवत मंत्रोच्चार कर संपूर्ण विधान करवाया गया।प्रातः स्नात्र पूजा कर अढार अभिषेक का विधान हुआ, जिसमें मुख्य अतिथि जिला परिवहन अधिकारी नितिन बोहरा, विशिष्ट अतिथि सुरेश कुमार बेगानी एवं ध्वजा के लाभार्थी सुभाष कुमार सज्जन सिंह,पारस कुमार बाबुलाल एवं मनोहर सिंह फूलचंद बाफना परिवार जैसलमेर हाल रामगंजमंडी सहित सकल जैन संघ ने भाग लिया।सत्रहभेदी पूजा का वांचन महिला मंडल द्वारा किया गया।चंद्र एवं सूर्य दर्शन का लाभ सुरेश कुमार मंजुला रानी सिद्धार्थ बैगानी एवं डाॅ. प्रियंका जैन जयपुर ने लिया।इस अवसर‌ पर‌ साध्वी नयप्रज्ञना श्री जी महाराज साहब ने कहा कि जिनालय की ध्वजा एवं जिन बिंब के दर्शन का महत्व एक समान होता है।जिन प्रतिमा के दर्शन का समय निश्चित होता है किंतु जिनालय की ध्वजा के दर्शन कभी की किए जा सकते हैं। उन्होंने कहा कि चढ़ती हुई ध्वजा का ये दर्शन योग पुण्यानुबंधी पुण्य के प्रभाव से प्राप्त होता है। सत्रहभेदी पूजा की नवमी पूजा में सकल संघ की साक्षी में बाफना परिवार द्वारा ध्वजारोहित की गई। उसके बाद साध्वी भगवंत द्वारा मंगलपाठ का वांचन किया गया।108 दीपक की आरती,मंगल दीपक,शांति कलश एवं चैत्य वंदन कर सभी ने अविधि असातना के लिए क्षमायाचना की।लाभार्थी परिवार द्वारा स्वामी वात्सल्य आयोजित किया गया। इस अवसर पर जैन ट्रस्ट के पदाधिकारी, ट्रस्टी, क्षेत्रीय सभा जैसलमेर के पदाधिकारी एवं सकल जैन संघ के सदस्य उपस्थित रहे।

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