धोबी समाज ने मुख्यमंत्री विष्णुदेव से की निर्मल दिवस की घोषणा करने की मांग

छत्तीसगढ़ प्रदेश धोबी समाज के प्रदेश अध्यक्ष मनोज निर्मलकर के नेतृत्व में प्रदेश पदाधिकारियों ने दो प्रमुख मांगों को लेकर 14 फरवरी को विधानसभा भवन में मुख्यमंत्री विष्णु देव साय से सौजन्य मुलाकात की। प्रदेश पदाधिकारियो के प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री साय को बताया गया कि छत्तीसगढ़ प्रदेश में धोबी समाज की करीब 22 लाख जनसंख्या है। साथ ही समाज के इष्ट देव स्वच्छता के जनक संत गाडगे बाबा की 23 फरवरी की जयंती को निर्मल दिवस के रूप में शासकीय अवकाश घोषित करने एवं भारत के अधिकांश राज्यों में धोबी समाज को अनुसूचित जाति में शामिल किया गया है।
इसी तरह छत्तीसगढ़ में भी धोबी समाज को अनुसूचित जाति में शामिल करने की मांग प्रदेश पदाधिकारी ने की। धोबी समाज की मांगों को पूर्ण करने मुख्यमंत्री साय ने आश्वासन दिया गया। ज्ञात हो कि प्रदेश पदाधिकारी ने 2 वर्ष पूर्व भी समाज को अनुसूचित जाति में
शामिल करने की मांग पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से की गई थी। प्रदेश पदाधिकारियों के प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के अलावा उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा अरुण साव भाजपा प्रदेश अध्यक्ष किरण देव साय कैबिनेट मंत्री बृजमोहन अग्रवाल, विधायक धरमलाल कौशिक, पुन्नूलाल मोहले, धर्मजीत सिंह, धर्मजीत सिंह, अनुज शर्मा, सुशांत शुक्ला, ईश्वर साहू से भी मुलाकात की गई। इस दौरान प्रदेश अध्यक्ष मनोज निर्मलकर, प्रदेश महासचिव कृष्ण कुमार निर्मलकर, प्रदेश सलाहकार भरत
निर्मलकर महेश निर्मलकर, प्रदेश संरक्षक नरेंद्र निर्मलकर, संगठन सचिव वीरेंद्र निर्मलकर, प्रदेश सचिव भागी निर्मलकर, संभागीय महासचिव दिनेश निर्मलकर, मुंगेली जिला अध्यक्ष दिलीप रजक, प्रदेश मीडिया प्रभारी अशोक निर्मलकर, महिला प्रकोष्ठ प्रदेश कार्यकारिणी अध्यक्ष निर्मला रजक, महिला प्रकोष्ठ प्रदेश संगठन महामंत्री नीलू रजक आईटी सेल मुंगेली जिला अध्यक्ष भरोसा निर्मलकर जिला उपाध्यक्ष खेदु राम निर्मलकर बलौदाबाजार जिला ऑडिटर पोषण रजक प्रमुख रूप से उपस्थित थे।

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