दसलक्षण महापर्व नवम दिवस:- परिग्रह का त्याग ही उत्तम आकिंचन धर्म

दसलक्षण महापर्व नवम दिवस:- परिग्रह का त्याग ही उत्तम आकिंचन धर्म

रिपोर्टर मनमोहन गुप्ता कामां 9783029649

कामां डीग जिले के कस्वा कामां के कोट ऊपर स्थित आदिनाथ दिगम्बर जैन मंदिर में चल रहे दस लक्षण महामंडल विधान के दौरान अनिमेष जैन ने कहा कि बाहरी आवरण का त्याग कर स्वयं को पहचाना ही उत्तम आकिंचन धर्म है अर्थात किंचित मात्र भी परिग्रह न करना इस धर्म की विशेषता है। दसलक्षण महापर्व के नवम दिवस उत्तम आकिंचन धर्म की आराधना जैन मंदिरों में की गई !
इस अवसर पर सौधर्म इंद्र बनने का सौभाग्य भागचंद जैन,सुशील जैन, रिंकेश (रिंकू) जैन,श्रेयांस जैन,खुश जैन, नमन जैन बड़जात्या परिवार को प्राप्त हुआ।
जैन समाज के अध्यक्ष अनिल जैन के अनुसार विधान के दौरान उत्तम आकिंचन धर्म की विवेचना करते हुए संजय सर्राफ व दीपक जैन ने कहा कि धन,सम्पत्ति,मकान,दुकान,जायदाद आदि को व्यक्ति स्वयं का बतलाता है, जबकि वे तो बाह्य आवरण है इनका त्याग कर स्वयं की आत्मा को जानना समझना और आत्मकल्याण के पथ पर अग्रसर हो जाना ही मुख्य लक्ष्य है। इस अवसर संजय जैन बड़जात्या ने कहा कि आकिंचन धर्म अति सूक्ष्मता से परिग्रहों के बंधन से मुक्त होने का संदेश प्रदान करता है। रिंकू जैन ने कहा कि व्यक्ति अकेला आता है और अकेला ही जाता है अतः इस एकाकी भाव से ही आत्मकल्याण सम्भव है।
*अनन्त चतुर्दशी शनिवार को* कोषाध्यक्ष मयंक जैन के अनुसार भाद्रमाह में शुक्ल पक्ष चतुदर्शी को जैन धर्म के सबसे बड़े पर्व अनन्त चतुर्दशी पर स्थानीय चारो जैन मंदिरों में विशेष पूजा अर्चना का आयोजन होगा तो जैन श्रावक श्राविकाओं द्वारा व्रत उपवास,एकासन आदि के नियम धारण किये जायेंगे वही इस अवसर पर दसवें धर्म उत्तम ब्रह्मचर्य धर्म की आराधना की जाएगी। दसदिवसीय दसलक्षण विधान का समापन भी इस अवसर पर होगा तो रात्रिकालीन कार्यक्रम में सम्मान समारोह का भी आयोजन होगा। आकाश जैन,आर्यन जैन के संयोजन ने प्रतिदिन रात्रि कार्यक्रमों में जैन धर्म से सम्बंधित विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन भी किया जा रहा है।
*12 वें तीर्थंकर वासुपूज्य का निर्वाण* शान्तिनाथ मन्दिर समिति जे प्रदीप जैन बड़जात्या के अनुसार जैन धर्म के बाहरवें तीर्थंकर भगवान वासुपूज्य स्वामी का निर्वाण कल्याणक उत्सव भी निर्वाण लाडू समर्पित कर मनाया जाएगा। इस अवसर पर शांतिनाथ दिगंबर जैन दीवान मंदिर के विजयमती स्वाध्याय भवन में दोपहर को वृहद शांति धारा का कार्यक्रम भी आयोजित होगा।

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