नगर में डोल ग्यारस पर उमड़ा आस्था का सैलाब

झमाझम बारिश में महिलाओं ने किया स्वागत सत्कार

 



रिपोर्टर दिलीप कुमरावत MobNo 9179977597

नगर में गूंजे जयकारे

मनावर। जिला धार।। भाद्रपद मास की शुक्ल पक्ष की एकादशी पर मनाए जाने वाले डोल ग्यारस पर्व पर धार्मिक उत्साह और भक्ति का माहौल देखने को मिला। नगर की गलियां भगवान लड्डू गोपाल के जयकारों से गूंज उठीं। नगर के मंदिरों से निकले डोलों ने नगर भ्रमण किया और श्रद्धालुओं द्वारा भगवान का स्वागत वंदन कर भक्ति भाव से पूजा अर्चना की गई।

सर्वप्रथम ब्राम्हण समाज के सत्यनारायण मंदिर का डोल निकला गया। जिसके बाद पाटीदार समाज के श्री राम मंदिर का डोल, आलिया समाज के राधा कृष्ण मंदिर का डोल, काछी समाज के राधा कृष्ण मंदिर का डोल, अग्रवाल समाज के श्री नरसिंह भगवान मंदिर का डोल, धनगर समाज के राधा कृष्ण मंदिर का डोल, बाबा सा के खेड़ापति हनुमान मंदिर का डोल, लोहार समाज के श्री राम मंदिर का डोल, श्री नर्मदेश्वर महादेव मंदिर का डोल, विश्वकर्मा मंदिर का डोल परम्परागत मार्ग से निकला गया। झमाझम बारिश में भगवान लड्डू गोपाल नगर भ्रमण पर निकले। सभी डोल नगर भ्रमण के बाद मान नदी घाट पहुंचे, जहां भगवान को स्नान कराया गया। आरती उतारी गई और प्रसाद वितरण हुआ।

परंपरानुसार यह आयोजन लगभग कई दशकों से किया जा रहा है। भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की ग्यारस को जलझूलनी एकादशी के नाम से जाना जाता है। इसे परिवर्तिनी एकादशी एवं डोल ग्यारस आदि नामों से भी जाना जाता है। इस दिन भगवान वामन की पूजा का विशेष महत्व है। डोल ग्यारस का पौराणिक महत्व है। इस दिन भगवान श्रीकृष्ण माता यशोदा की सूरज पूजा की जाती है। स्थानीय क्रांति चौराहे पर स्थित गणेश जी की झांकी में नपा अध्यक्ष अजय पाटीदार, भाजपा नेता सचिन पांडे, एसडीओपी अनु बेनीवाल, टीआई ईश्वरसिंह चौहान ने महाआरती की। क्रांति पैनल द्वारा महाप्रसादी और फरियाली खिचड़ी वितरित की गई। डोल ग्यारस के अवसर पर नगर से 4 किलोमीटर दूर समीपस्थ ग्राम कुराड़ाखाल में स्थित खाटूश्याम मंदिर में सुबह से दर्शनार्थियों का तांता लगा रहा। भारी संख्या में श्रद्धालुजन दर्शन के लिए पैदल पहुंचे और भक्ति भाव से पूजा अर्चना की।

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