लेकिन *इस सवाल का उत्तर* सबसे पहले विपक्ष को खोजना होगा.
*क्योंकि यह डिग्री, फर्जी वोट आदि जितनी भी एनजीओ की गप्पे हैं क्या वह भारत में काम करती हैं?*
इंदिरा गाँधी के काल में भी धीरेंद्र ब्रह्मचारी से लेकर रूस से बैलेट पेपर छपवाने तक की बातें बोलने के बाद
2014 में बीजेपी का उदय तब हुआ
*जब उसने सीधे वोटर से संवाद किया.*
*लोगों को बताया कि*
*कांग्रेस कितनी बुरी है.*
हिंदू के लिए कितनी बुरी है,
देश के लिए कितनी बुरी है.
कांग्रेस पाकिस्तान की समर्थक है.
घोटाले करती है.
टूजी होता है,
कोलगेट होता है,
कांग्रेस एक परिवार की पार्टी है.
*इन्हीं सब बातों के लिए ही तो वोटर ने मोदी वाली बीजेपी को वोट दिया था ना?*
इनमें से कौन सी बातें आज अलग हुई हैं?
क्या कांग्रेस आज मुस्लिम समर्थक नहीं है?
क्या कांग्रेस परिवार की पार्टी नहीं है?
क्या कांग्रेस आज भी टूजी, कोलगेट जैसा कोई भी *घोटाला मोदी पर सिद्ध कर पाई है?*
*क्या मोदी का परिवार उतना वीआईपी है?*
कांग्रेस और विपक्ष को समझ ही नहीं आ रहा है कि जनता वोट दे रही है. उससे कनेक्ट करिए, उसे मनवाइए.
*जबकि उल्टे यह वोटर को बता रहे हैं कि तुमने वोट नहीं डाला है. जबकि वोटर को पता है कि उसने वोट डाला है. अब ऐसे का क्या ही होगा.*